विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने में अब तक भारतीय बाजारों में 50501 करोड़ रुपए डाले हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के बाद वैश्विक संकेतक बेहतर हुए हैं, जिससे भारतीय बाजारों में एफपीआई का निवेश बढ़ा है।
नई दिल्ली. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने में अब तक भारतीय बाजारों में 50501 करोड़ रुपए डाले हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के बाद वैश्विक संकेतक बेहतर हुए हैं, जिससे भारतीय बाजारों में एफपीआई का निवेश बढ़ा है।
एफपीआई ने 24 नवंबर तक शेयरों और ऋण या बांड बाजार में कुल 50501 करोड़ रुपए करोड़ रुपए निवेश रहा है। अक्टूबर में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 22,033 करोड़ रुपए डाले थे।
क्यों बढ़ रहा निवेश?
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि तरलता की स्थिति बेहतर रहने और वैश्विक संकेतकों में सुधार से एफपीआई का भारतीय बाजारों में निवेश बढ़ा है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर असमंजस दूर होने के बाद एफपीआई निवेश बढ़ा रहे है।
पिछले 8 महीनों में डाले गए 1.4 लाख करोड़ रुपए
पिछले आठ महीनों में फॉरन पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजार में 1.4 लाख करोड़ रुपए डाले हैं। यह किसी एक वित्त वर्ष में अब तक सबसे ज्यादा है। इससे पहले वित्त वर्ष 2012-13 में FPI ने 1 लाख 40 हजार 33 करोड़ रुपये डाले थे। 1 अप्रैल से अब तक इन्होंने भारतीय इक्विटी मार्केट में 1 लाख 40 हजार 295 करोड़ रुपए डाले हैं। FPI में फॉरन इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स और फॉरन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स दोनों आते हैं।