विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- 'पीओके के लोग भी समझते हैं जम्मू कश्मीर में कब से सुधरे हालात'

Published : May 15, 2024, 10:01 AM IST
s jaishankar pak.jp

सार

पाकिस्तान के मुद्दे को जयशंकर ने कड़ा रुख दिखाया है। इसके साथ ही उन्होंने आर्टिकल 370 को लेकर हुई बहस पर कहा कि पीओके के लोगों को भी समझ आता है कि जम्मू कश्मीर में हालात कब से सुधरे। 

नेशनल न्यूज। भारत और पाकिस्तान के बीच पीओके को लेकर विवाद आज का नहीं है। इसे लेकर वर्षों से अब तक डिबेट चल ही रही है जबकि जम्मू कश्मीर में जो हालात पहले थे उसमें काफी बदलाव देखने को मिला है। कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जम्मू कश्मीर से लेकर पीओके के हालातों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज जम्मू कश्मीर में जो बदले-बदले से हालात दिख रहे हैं, इसे पीओके के लोग भी खूब समझ रहे हैं। 

पीओके वासी जम्मू कश्मीर के लोगों से तुलना करते होंगे
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पीओके के हालात और जम्मू कश्मीर की स्थिति में बहुत अंतर है। जम्मू कश्मीर आज की तारीख में तरक्की कर रहा है। वहां की स्थिति बदली है। आज पीओके में रहने वाले ये जरूर मानते होंगे कि जम्मू कश्मीर आगे बढ़ रहा है। वहां का जीवन सुधर रहा है, वहां विकास हो रहा है। पीओके के लोग सोच रहे होंगे कि उनके साथ गलत हो रहा है। उन्होंने कहा कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा।

पढ़ें एस. जयशंकर का बड़ा बयान, पिछली सरकारों की विदेश नीति में भी दिखती थी मुस्लिम तुष्टिकरण की झलक

आर्टिकल 370 हटने के बाद हालात सुधरे 
एस जयशंकर ने कहा कि आर्टिकल 370 हटने के बाद से लगातार जम्मू कश्मीर के हालात में सुधार देखने को मिले हैं। 1990 में संसद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर आर्टिकल 370 लगाया गया था। अब हम इससे आगे बढ़ चुके हैं। इस अस्थाई प्रावधान को हटा दिया गया है। इस प्रावधान से देश में आतंकवाद और हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो रही थी। इसके हटाए जाने के बाद से हालात सामान्य हैं।

पीओके में लोग महंगाई से परेशान 
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से लोगों को राहत मिली है। उन्हें भारत में रहने वाले आम नागरिकों की सारी सुविधाएं मिल रही हैं जो कि पहले नहीं मिल पाती थीं। वहीं पीओके में लोग महंगाई से परेशान हैं और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। 

PREV

Recommended Stories

गोवा नाइटक्लब आग: 23 मौतें, 50 घायल-क्या यह सिर्फ हादसा था या जानबूझकर अनदेखी?
इंडिगो ने फिर उड़ान भरी: 95% नेटवर्क दुरुस्त-क्या आज ऑपरेशन पूरी तरह नॉर्मल हो पाएगा?