पूर्वी लद्दाख विवाद पर वार्ता के बाद विदेश मंत्रालय का बयान, बताया कैसे होगा सीमा विवाद का हल

भारत और चीन के सैन्य कमांडर दोनों देशों के नेतृत्व के बीच हुए समझौते के साथ ही द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार पूर्वी लद्दाख में मौजूदा सीमा मसले को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने पर राजी हो गए हैं। दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में महीने भर से चल रहे गतिरोध को हल करने की कवायद में शनिवार को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता की थी।

Asianet News Hindi | Published : Jun 7, 2020 1:43 PM IST / Updated: Jun 07 2020, 07:15 PM IST

नई दिल्ली. भारत और चीन के सैन्य कमांडर दोनों देशों के नेतृत्व के बीच हुए समझौते के साथ ही द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार पूर्वी लद्दाख में मौजूदा सीमा मसले को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने पर राजी हो गए हैं। दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में महीने भर से चल रहे गतिरोध को हल करने की कवायद में शनिवार को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता की थी।

शांतिपूर्ण हल के लिए राजी
विदेश मंत्रलय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, दोनों पक्ष विभिन्न द्विपक्षीय समझौतों और नेताओं के बीच बनी सहमति को ध्यान में रखते हुए हालात से शांतिपूर्ण तरीके से निपटने पर राजी हो गए हैं। नेताओं के बीच सहमति बनी कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र में शांति द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है।

सैन्य वार्ता बॉर्डर पर्सननल मीटिंग प्वाइंट पर हुई
यह सैन्य वार्ता चुशूल सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी सीमा की ओर माल्दो में बॉर्डर पर्सनल मीटिंग प्वाइंट पर हुई।

तत्काल समाधान निकालने पर जोर
विदेश मंत्रालय ने कहा, दोनों पक्षों ने माना कि इस साल दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ है और वे इस पर राजी हुए कि इस मसले के तत्काल समाधान से संबंधों का और विकास होगा।

वार्ता जारी रखेंगे
उन्होंने कहा, दोनों पक्ष स्थिति को हल करने तथा सीमा इलाके में शांति सुनिश्चित करने के लिए सैन्य और कूटनीतिक वार्ता जारी रखेंगे।

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