ममता कुलकर्णी का बाबा रामदेव-धीरेंद्र शास्त्री पर तीखा वार, क्या है पूरा मामला?

Published : Feb 03, 2025, 08:04 AM ISTUpdated : Feb 03, 2025, 08:05 AM IST
Mamta Kulkarni As Mahamandaleshwar Of Kinnar Akhara

सार

महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी ने बाबा रामदेव और धीरेंद्र शास्त्री पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने रामदेव को 'महाकाल से डरने' की नसीहत दी है, वहीं शास्त्री को 'नादान' बताया है। इस बयान से विवाद खड़ा हो गया है।

नई दिल्ली। हाल ही में महाकुंभ मेले में महामंडलेश्वर की उपाधि से सम्मानित ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) ने बाबा रामदेव और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर निशाना साधा है। उन्होंने ऐसी बात कही है कि विवाद खड़ा हो गया है। एक टीवी शो में बाबा रामदेव को लेकर ममता ने कहा कि बाबा रामदेव को “महाकाल और महाकाली से डरना चाहिए”। वहीं, धीरेंद्र शास्त्री के बारे में उन्होंने कहा, “वह जितने साल के हैं मैंने उतने वर्षों तक ध्यान किया है।”

ममता कुलकर्णी महामंडलेश्वर की उपाधि पाने के बाद से चर्चा में हैं। रामदेव समेत कई धार्मिक गुरुओं ने उन्हें यह सम्मान देने पर सवाल उठाया है। रामदेव ने पिछले दिनों कहा था, "कोई व्यक्ति एक दिन में संत नहीं बन जाता। इसके लिए कई वर्षों तक कठोर तपस्या करनी पड़ती है। आजकल मैं देखता हूं कि लोगों को महामंडलेश्वर की उपाधि बिना किसी तरीके से दी जा रही है। ऐसा नहीं होना चाहिए।"

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ममता को मिली महामंडलेश्वर उपाधी पर उठाया था सवाल

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी ममता को दी गई उपाधि की वैधता पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि ऐसे सम्मान सिर्फ ऐसे लोगों को दिया जाना चाहिए जो वास्तव में संत की भावना को साकार करते हैं।

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टीवी शो आप की अदालत में ममता ने कहा, "मैं बाबा रामदेव से क्या कहूं? उन्हें महाकाल और महाकाली से डरना चाहिए।" धीरेंद्र शास्त्री के बारे में उन्होंने कहा, "धीरेंद्र शास्त्री एक नादान लड़का है। उसकी उम्र 25 साल होगी। मैंने 25 साल तक ध्यान किया है। मेरा सुझाव है कि वह अपने गुरु से पूछें कि मैं कौन हूं और चुप रहें।"

ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़ा से निष्कासित

बता दें कि विवाद बढ़ने के बाद किन्नर अखाड़ा के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी और आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी दोनों को अखाड़े से निष्कासित कर दिया है। कहा गया है कि त्रिपाठी ने संस्थापक की सहमति के बिना ममता को महामंडलेश्वर बनाया था। इससे आध्यात्मिक समुदाय में काफी आक्रोश है।

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