दिल्ली हिंसा के दौरान शाहरुख नाम के शख्स ने पुलिस पर बंदूक तान दी थी। दिल्ली पुलिस के पूर्व पुलिस कमिश्नर (CP) अजय राज शर्मा का मानना है कि उस वक्त शाहरुख को तुरन्त गोली मार देनी चाहिए थी।
नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा के दौरान शाहरुख नाम के शख्स ने पुलिस पर बंदूक तान दी थी। दिल्ली पुलिस के पूर्व पुलिस कमिश्नर (CP) अजय राज शर्मा का मानना है कि उस वक्त शाहरुख को तुरन्त गोली मार देनी चाहिए थी। बता दें कि शाहरुख अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। शाहरुख ने जिसपर बंदूक तानी थी, उनका नाम हेड कॉन्स्टेबल दीपक दहिया है।
"पुलिस की तरफ से हुई चूक"
अजय राज शर्मा ने कहा, दिल्ली हिंसा के दौरान पुलिस की तरफ से कई चूक हुई। पुलिस को हर इलाके में घुसना चाहिए और नए पुलिस कमिश्नर को जनता के साथ-साथ पुलिसकर्मी का भी विश्वास जीतना पड़ेगा।
"शाहीन बाग से ही शुरू हुई गलती"
अजय राज शर्मा ने कहा, पुलिस ने पहली गलती शाहीन बाग में की, जब लोगों को सड़क पर बैठने दिया। लोग जब विरोध प्रदर्शन के लिए बैठने जा रहे थे, उसी वक्त वहां पुलिस की एक कंपनी डाल देनी चाहिए थी।
"भड़काऊ भाषण से बिगाड़ा माहौल"
उन्होंने कहा, दिल्ली चुनाव में नेताओं ने कई भड़काऊ भाषण दिए, जिसने लोगों की भावनाएं भड़काने का काम किया। इंटेलिजेंस और पुलिस के लोगों की समझ में यह आना चाहिए था कि कब एक्शन शुरू कर देना चाहिए लेकिन इस काम में भी देरी हुई।
42 मौत, 123 एफआईआर, 630 हिरासत में
देश की राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में 3 दिनों तक हिंसा हुई, जिसकी शुरुआत रविवार (23 फरवरी) से हुई। पुलिस के मुताबिक, अब तक 42 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल और IB के कर्मचारी अंकित शर्मा भी शामिल हैं। अंकित शर्मा का शव एक नाले में मिला था। वहीं रतन लाल की पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी मौत गोली लगने की वजह से हुई। पुलिस ने 123 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसके अलावा 630 लोगों को हिरासत में लिया गया है।