अय्यप्पन पिल्लई ने 1942 में तिरुवनंतपुरम नगरपालिका पार्षद के रूप में कार्य किया था। बाद में, वे भाजपा में शामिल हो गए।
नई दिल्ली. स्वतंत्रता सेनानी (Freedom fighter ) और बीजेपी नेता (BJP leader) के अय्यप्पन पिल्लई (K Ayyappan Pillai) का 107 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। पिल्लई उम्र संबंधी बीमारियों से पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) के एक अस्पताल में चल रहा था। लेकिन बुधवार सुबह उनकी तबियत अचानक बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया।
के अय्यप्पन पिल्लई श्री मूलम प्रजा सभा के सदस्य थे और भारत में बार काउंसिल के सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक थे। जब वे कांग्रेस के नेता थे, तब वे गांधीजी से दो बार व्यक्तिगत रूप से मिले थे। अय्यप्पन पिल्लई ने 1942 में तिरुवनंतपुरम नगरपालिका पार्षद के रूप में कार्य किया था। बाद में, वे भाजपा में शामिल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके पिछले जन्मदिन पर बधाई देने के लिए उनसे संपर्क किया था।
त्रावणकोर रियासत के त्रावणकोर शासक वंश से जुड़े कुलीन परिवार में जन्में श्री पिल्लई ने त्रिवेंद्रम के विधि महाविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। भारत छोड़ो आंदालन में एक सक्रिय भागीदारी के दौरान महात्मा गांधी ने लोगों की बेहतर सेवा करने के लिए चुनावी राजनीति में प्रवेश करने की सलाह दी थी। इके बाद उन्होंने तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस कैंडिडेट्स के रूप में चुनाव लड़ा। भाजपा के घठन के दौरान सक्रिय थे। उन्होंने कई वर्षों तक केरल प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दीं। पिल्लई ने कई किताबें भी लिखी हैं।
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