मीडिया से बातचीत करते हुए एंटनी ने कहा कि उन्होंने हमेशा भाजपा और आरएसएस को उनके सांप्रदायिक और विभाजनकारी एजेंडे के लिए विरोध किया था और वह आखिरी सांस तक ऐसा करना जारी रखेंगे।
AK Antony on his son joining BJP: पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने गुरुवार को अपने बेटे अनिल के भाजपा में शामिल होने के फैसले पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अनिल एंटोनी ने गलत फैसला लिया है, उनके लिए यह 'बेहद दर्दनाक' क्षण है। वह कभी भी बीजेपी और उसके वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा का समर्थन नहीं करेंगे। एंटोनी, बीजेपी और आरएसएस पर देश को विभाजित करने और लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने का प्रयास करने का आरोप लगा चुके हैं।
आखिरी सांस तक बीजेपी का करुंगा विरोध
मीडिया से बातचीत करते हुए एंटनी ने कहा कि उन्होंने हमेशा भाजपा और आरएसएस को उनके सांप्रदायिक और विभाजनकारी एजेंडे के लिए विरोध किया था और वह आखिरी सांस तक ऐसा करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी परिवार के प्रति वफादार थे जिसे उन्होंने भारत को एकजुट रखने और इसकी विविधता का सम्मान करने का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि वह इंदिरा गांधी से प्रेरित रहे हैं जिन्होंने उन्हें राजनीति में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया था। उन्होंने बताया कि वह केवल एक बार नीतिगत मुद्दे पर उनसे असहमत थे लेकिन बाद में पार्टी में लौट आए। उनका और भी अधिक सम्मान किया।
मैं जबतक जीवित रहूंगा कांग्रेस के लिए जीवित रहूंगा
एंटनी ने कहा, "मैं अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम चरण में हूं और नहीं जानता कि मैं कब तक जीवित रहूंगा। लेकिन जब तक मैं रहूंगा, मैं कांग्रेस के लिए जीवित रहूंगा।"
BBC डॉक्यूमेंट्री विवाद के बाद छोड़ दी थी कांग्रेस
अनिल एंटनी ने 2002 के गुजरात दंगों और पीएम मोदी पर BBC की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद के बाद कांग्रेस से बगावत कर दी थी। वैचारिक रूप से असहमति जताते हुए जनवरी में कांग्रेस छोड़ दी थी। गुरुवार को एंटोनी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली। नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई। केरल बीजेपी के अध्यक्ष के.सुरेंद्रन भी विशेष रूप से मौजूद रहे। पढ़ें पूरी खबर…