आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे बुधवार को 2 दिन के कश्मीर दौरे पर पहुंचे हैं। वे यहां सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने पहुंचे हैं। इस दौरान उन्हें स्थानीय कमांडर्स ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति और आतंकियों के ग्राउंड वर्कर्स के नेटवर्क को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। उधर, LOC पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को भी 100 दिन पूरे हो गए हैं।
नई दिल्ली. आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे बुधवार को 2 दिन के कश्मीर दौरे पर पहुंचे हैं। वे यहां सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने पहुंचे हैं। इस दौरान उन्हें स्थानीय कमांडर्स ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति और आतंकियों के ग्राउंड वर्कर्स के नेटवर्क को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। उधर, LOC पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को भी 100 दिन पूरे हो गए हैं।
आर्मी चीफ जनरल नरवणे लाइन ऑफ कंट्रोल पर फॉरवर्ड पोस्ट पर जाकर जवानों से जमीनी हकीकत के बारे में भी जानकारी लेंगे। भारत और पाकिस्तान के बीच 24 फरवरी से सीजफायर लागू है।
100 दिन से नहीं चली गोली
भारत और पाकिस्तान के बीच इस सीजफायर को 100 दिन बीत गए हैं, लेकिन अब तक एक भी गोली नहीं चली है। हालांकि, इससे पहले 2003 में भी दोनों देशों के बीच सीजफायर समझौता हुआ था, लेकिन कुछ दिन बाद ही पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया था।
घुसपैठ की कोशिश में आई कमी
सीजफायर के बाद से घुसपैठ की कोशिश में कुछ कमी देखी गई है। पहले पाकिस्तान की सेना फायरिंग कर आतंकियों की घुसपैठ में मदद करती थी। लेकिन पिछले 100 दिन से ऐसा होते नहीं देखा गया है। हालांकि, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में अब भी आतंकियों के कैंप हैं। ये आतंकी घाटी में हथियार सप्लाई की कोशिश में जुटे रहते हैं।
पाकिस्तान पर नहीं किया जा सकता भरोसा
इससे पहले 2018 में भी भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू करने पर बात हुई थी। लेकिन पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन किया था। ऐसे में पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि भारत ने फॉरवर्ड इलाकों में चौकियों से तैनाती कम नहीं की है। साथ ही आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट भी जारी है।