दिल्ली के गार्गी कॉलेज के सालाना महोत्सव के दौरान कॉलेज लड़कियों के से हुई छेड़छाड़ का मसला सोशल मीडिया पर उठाया जा रहा है। आरोप है कि 6 फरवरी को हुए इस कार्यक्रम के दौरान कुछ लोग, जो छात्र नहीं थे वो कॉलेज में घुस आए और उन्होंने छात्राओं के साथ अभद्रता की।
नई दिल्ली. दिल्ली के गार्गी कॉलेज के सालाना महोत्सव के दौरान कॉलेज लड़कियों के से हुई छेड़छाड़ का मसला सोशल मीडिया पर उठाया जा रहा है। आरोप है कि 6 फरवरी को हुए इस कार्यक्रम के दौरान कुछ लोग, जो छात्र नहीं थे वो कॉलेज में घुस आए और उन्होंने छात्राओं के साथ अभद्रता की। इस मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने छात्रों के साथ हुए अभद्र व्यवहार को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया है। इस मामले में दक्षिण डीसीपी अतुल ठाकुर का कहना है कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।
चश्मदीद की जुबानी : भीड़ बढ़ती जा रही है, कोई रोकने वाला नहीं था
कॉलेज की एक स्टूडेंट का कहना है कि 'भीड़ बढ़ती जा रही थी। बाहर के लोग बिना पास के अंदर आते जा रहे थे, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था। सिक्योरिटी वाले न पास चेक कर रहे थे और न ही स्टूडेंट्स आईडी।'
- 'सिक्योरिटी की इसी लापरवाही की वजह से करीब 30-35 साल के लड़के कॉलेज में बिना पास और आईडी के घुस आए।'
वो हमें छू रहे थे, धक्के मार रहे थे : चश्मदीद
बीए थर्ड ईयर की एक छात्रा का कहना है कि कॉलेज में घुसे लोग लड़कियों को परेशान कर रहे थे। कईयों ने लड़कियों पर पैसे फेंके तो कई ने शर्ट के बटन खोले। कुछ ने हमें छूने की कोशिश की। अंदर पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन हमारी मदद नहीं की। वे लड़कियों को देखकर गंदी हरकतें कर रहे थे।
किसी ने शिकायत नहीं की : प्रिंसिपल
कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोमिला कुमार का कहना है कि सुरक्षा के लिए पुलिस, बाउंसर और कमांडो की सेवाएं ली गईं थीं। किसी भी छात्रा ने उनसे कोई शिकायत नहीं की है। उन्हें ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं है।