
Goa Nightclub Fire Case Update: फुगिटिव कारोबारी सौरभ और गौरव लूथरा ने दिल्ली की एक कोर्ट में बड़ा दावा किया है। दोनों का कहना है कि गोवा के अर्पोरा क्लब में लगी आग में उनकी कोई सीधी भूमिका नहीं है। वे क्लब के रोजमर्रा के कामकाज नहीं संभालते। लूथरा ब्रदर्स का कहना है कि उन्हें अधिकारियों की बदले की कार्रवाई का शिकार बनाया जा रहा है। 7 दिसंबर को लगी भीषण आग में 25 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा 'बर्च बाय रोमियो लेन' (Birch by Romeo Lane) में हुआ, जो लूथरा ब्रदर्स से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
लूथरा ब्रदर्स के खिलाफ इंटरपोल की ब्लू कॉर्नर नोटिस (Blue Corner Notice) जारी है। दोनों फिलहाल थाईलैंड में हैं और भारत आने से मना कर चुके हैं। उनका कहना है कि भारत लौटते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अदालत में दाखिल अर्जी में कहा, 'हम क्लब का डे-टू-डे ऑपरेशन नहीं देखते। क्लब मैनेजर्स और ऑन-ग्राउंड स्टाफ यह सब चलाते हैं।' दोनों की तरफ से सीनियर वकील सिद्धार्थ लूथरा और तनवीर अहमद मीर अदालत में पेश हुए।
अदालत में उनके वकील ने कहा कि दोनों भाई भारत लौटकर गोवा की कोर्ट में अपनी बात रखना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली लैंड करते ही गिरफ्तारी की आशंका है। वकील ने कोर्ट में कहा, 'हम देश वापस आना चाहते हैं, लेकिन तुरंत गिरफ्तारी की कोशिश हो रही है। लोगों की मौत दुखद है, लेकिन इसके नाम पर विच हंटिंग हो रही है। हमें सिर्फ सुरक्षित वापसी चाहिए।'
पुलिस का दावा है कि क्लब में आग लगने के 5 घंटे के अंदर ही दोनों भाई थाईलैंड भाग गए। लेकिन कोर्ट में दाखिल अपनी अर्जी में सौरभ लूथरा ने कहा कि वह तो एक दिन पहले ही, यानी 6 दिसंबर को बिज़नेस मीटिंग के लिए थाईलैंड गए थे। उनके वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कोर्ट में कहा, 'वे 6 दिसंबर को ही प्रोफेशनल मीटिंग के लिए थाईलैंड चले गए थे, आग की घटना उसके अगले दिन हुई।'
लूथरा ब्रदर्स ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि गोवा में मौजूद उनका दूसरा क्लब प्रशासन ने गिरा दिया। उनके अनुसार यह कार्रवाई साबित करती है कि प्रशासन उन्हें टारगेट कर रहा है। गोवा सरकार ने क्लब गिराने का आदेश इसलिए दिया क्योंकि वह गैरकानूनी तरीके से बना था और उसमें सेफ़्टी मेजर नहीं थे। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने खुद इसकी तुरंत कार्रवाई कराई। इधर दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने लूथरा ब्रदर्स की ट्रांजिट एंटीसिपेटरी बेल याचिका पर गोवा सरकार से जवाब मांगा है। अब मामला कल सुना जाएगा।