Goa Tourism: राज्य के वन विभाग के अधिकारी विभिन्न प्रस्तावों को पेश करने के लिए 8 अगस्त को नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के साथ बैठक करेंगे। राज्य के वन मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि स्थानीय आबादी को विश्वास में लेने के बाद वन्यजीव अभयारण्यों के भीतर सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
पणजी। गोवा सरकार (Goa Government) ने पर्यटकों (Tourism in Goa) को और अधिक आकर्षित करने के लिए जंगल सफारी (Jungle Safari) शुरू करने का प्लान बनाया है। वाइल्ड लाइफ सेंचुरी (Wildlife sanctuaries) में कैंप साइट्स (Camp sites) बनाने की पहल भी की जा रही है। राज्य के मंत्री विश्वजीत राणे (Vishwajeet Rane) ने जानकारी देते हुए बताया कि वाइल्ड लाइफ सैंक्च्यूरिज में सुविधाओं का विकास स्थानीय लोगों की सहमति के बाद ही किया जाएगा।
स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर ही परियोजना को अंजाम
उन्होंने कहा कि राज्य के वन विभाग के अधिकारी विभिन्न प्रस्तावों को पेश करने के लिए 8 अगस्त को नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के साथ बैठक करेंगे। राज्य के वन मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि स्थानीय आबादी को विश्वास में लेने के बाद वन्यजीव अभयारण्यों के भीतर सुविधाओं का विकास किया जाएगा। हम बड़े आवासों में जानवरों को शामिल करके राज्य में सफारी पार्क विकसित करना चाहते हैं। लेकिन ऐसा रातोंरात नहीं होगा। राणे ने कहा कि इस तरह के पार्कों को स्थापित करने में 10 साल लग सकते हैं, क्योंकि इको सिस्टम को विकसित करना है।
राज्य में नहीं बनेगा चिड़ियाघर
राणे ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में चिड़ियाघर नहीं बनाना चाहती है। मौजूदा बोंडला चिड़ियाघर को कॉरपोरेट फंडिंग से अपग्रेड किया जाएगा। राणे ने कहा कि कॉरपोरेट क्षेत्र से धन लिया जाएगा लेकिन सुविधाओं का पूरा प्रबंधन वन विभाग के पास होगा।
कैंपो वैन केलिए इन क्षेत्रों में साइट बनाने का लक्ष्य
वन मंत्री ने कहा कि कैंपो वैन के लिए सत्तारी तालुका के सुरला गांव में एक साइट बनाई जाएगी, जो ऊंचाई पर स्थित है। जबकि दक्षिण गोवा में कोटिगाओ और महावीर वन्यजीव अभयारण्यों में शिविर स्थल विकसित किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि इन पहलों को स्थानीय समुदायों के हितों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा, जो इन परियोजनाओं में भागीदार होंगे।
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