सार
नवीनतम फ्लैशपॉइंट ताइवान द्वीप के लिए बिडेन सहयोगी और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष, नैन्सी पेलोसी की एक संभावित यात्रा है, जिसपर बीजिंग का दावा है कि वह चीन का हिस्सा है, लेकिन वहां अलग लोकतांत्रिक सरकार है। हालांकि, अमेरिकी अधिकारी अक्सर ताइवान का दौरा करते रहते हैं। उधर, चीन नैन्सी पेलोसी की यात्रा को तनाव की मुख्य वजह मान रहा है।
नई दिल्ली। चीन ने अमेरिका को दो टूक चेतावनी दी है। चीन ने एक बार फिर अमेरिका को कहा कि वन चाइना प्रिंसिपल ही चीन-अमेरिका संबंधों का राजनीतिक आधार है। अगर अमेरिका, ताइवान स्वतंत्रता को लेकर चीन के खिलाफ अलगाववादी नीति को अपनाता है तो उसको जवाब दिया जाएगा।
भारत में चीनी राजदूत वांग ज़िआओजियान ने कहा कि एक-चीन सिद्धांत चीन-अमेरिका संबंधों का राजनीतिक आधार है। चीन, ताइवान स्वतंत्रता की ओर अलगाववादी कदमों और बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप का दृढ़ता से विरोध करता है, और कभी भी ताइवान स्वतंत्रता बलों के लिए किसी भी रूप में कोई जगह नहीं होने देता।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारी पेलोसी द्वारा ताइवान की यात्रा से चीन के आंतरिक मामलों में भारी हस्तक्षेप होगा। इससे ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को बहुत खतरा होगा, चीन-अमेरिका संबंधों को गंभीर रूप से कमजोर करेगा और बहुत गंभीर स्थिति और गंभीर परिणाम देगा।
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि जनता की राय को टाला नहीं जा सकता। जो आग से खेलते हैं वे इससे नष्ट हो जाते हैं। यदि अमेरिकी पक्ष यात्रा करने पर जोर देता है और चीन की लाल रेखा को चुनौती देता है, तो उसे दृढ़ प्रतिवाद के साथ पूरा किया जाएगा। अमेरिका को इसके उत्पन्न होने वाले सभी परिणामों को सहन करना होगा।
व्हाइट हाउस के प्रतिनिधि की ताइवान की संभावित यात्रा नवीनतम तनाव का केंद्र
नवीनतम फ्लैशपॉइंट ताइवान द्वीप के लिए बिडेन सहयोगी और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष, नैन्सी पेलोसी की एक संभावित यात्रा है, जिसपर बीजिंग का दावा है कि वह चीन का हिस्सा है, लेकिन वहां अलग लोकतांत्रिक सरकार है। हालांकि, अमेरिकी अधिकारी अक्सर ताइवान का दौरा करते रहते हैं। उधर, चीन नैन्सी पेलोसी की यात्रा को तनाव की मुख्य वजह मान रहा है।
यात्रा पर चीन ने दी चेतावनी
बीते 28 जुलाई को शी जिनपिंग व यूएस प्रेसिडेंट जो बिडेन की टेलीफोनिक वार्ता हुई थी। इस वार्ता के दौरान शी जिनपिंग ने बिडेन को ताइवान को लेकर साफ साफ चेताया था। उधर, यूएस ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने कहा कि अगर पेलोसी सैन्य सहायता के लिए कहती हैं, तो हम उनके व्यवसाय के सुरक्षित, सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए जो आवश्यक होगा वह करेंगे। अमेरिकी अधिकारियों को डर है कि शी लोकतांत्रिक ताइवान पर नियंत्रण लगाने के लिए बल प्रयोग पर विचार कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें:
शी जिनपिंग ने बिडेन को टेलीफोन पर दो टूक-जो लोग आग से खेलते हैं वह अंतत: जल जाते
शिक्षक भर्ती घोटाला का डायरी खोलेगी राज! पार्थ चटर्जी और अर्पिता का कनेक्शन भी आया सामने?
100 करोड़ रुपये में बनाते थे राज्यसभा सांसद या गवर्नर! CBI ने बड़े रैकेट का किया भंड़ाफोड़