भीषण गर्मी के बीच देश के करीब 16 राज्यों में बिजली संकट ने हाहाकार मचा दिया है। कई राज्यों में 10-10 घंटे तक 'बत्ती गुल' रहने लगी है। कोयले की कमी(Coal crisis) के चलते करीब एक चौथाई पावर प्लांट बंद हैं। हालांकि बिजली संकट( power crisis) के बीच राहत की खबर है कि कोल इंडिया( Coal India) का प्रॉडक्शन 27% बढ़ गया है।
नई दिल्ली. गर्मियों में बिजली की डिमांड बेतहाशा बढ़ने से देश के करीब 16 राज्यों में बिजली संकट ने हाहाकार मचा दिया है। कई राज्यों में 10-10 घंटे तक 'बत्ती गुल' रहने लगी है। कोयले की कमी(Coal crisis) के चलते करीब एक चौथाई पावर प्लांट बंद हैं। हालांकि बिजली संकट( power crisis) के बीच राहत की खबर है कि कोल इंडिया( Coal India) का प्रॉडक्शन 27% बढ़ गया है। बता दें कि झारखंड, हरियाणा, बिहार, पंजाब और महाराष्ट्र उन राज्यों में शामिल हैं, जहां सबसे अधिक बिजली संकट गहराया हुआ है। भारत में शुक्रवार को बिजली की मांग दोपहर 2:50 बजे तक 20,7111 मेगावाट तक पहुंच गई थी, जो अब तक का सबसे उच्च स्तर है।
कोल इंडिया के प्रॉडक्शन में सुधार
कोयला संकट के चलते कई राज्यों ने बिजली कटौती की रिपोर्ट दी है। इस बीच कोयला मंत्रालय(Ministry of Coal) ने बताया कि कोल इंडिया लिमिटेड ने अप्रैल 2022 में अपने उत्पादन में 27.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। शुक्रवार को कोयला मंत्रालय ने एक साल पहले की अवधि की तुलना बताते हुए कहा कि अप्रैल 2022 में कोयला सप्लाई में भी वर्ष-दर-वर्ष 5.8 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
देश में कोयले का पर्याप्त भंडार-सरकार
कोयला मंत्रालय(Ministry of Coal) ने आगे बताया कि Coal India Ltd (CIL) के पास वर्तमान में 56.7 मीट्रिक टन कोयले का भंडार है, जबकि सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) में स्टॉक 4.3 मीट्रिक टन है और कैप्टिव कोयला ब्लॉकों में लगभग 2.3 मीट्रिक टन स्टॉक है। यानी कोयला कंपनियों के पास पर्याप्त कोयला स्टॉक उपलब्ध है। इसके अलावा बंदरगाहों आदि पर कोयले का स्टॉक लगभग 4.7 मीट्रिक टन है, जो बिजली संयंत्रों में ले जाने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने बताया कि गर्मी की वजह से अप्रैल में बिजली की मांग बढ़ी है और देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण आयातित कोयले की कीमतों में भारी वृद्धि और कुछ बिजली संयंत्र अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाने से भी बिजली संकट बढ़ गया है।
कई राज्यों ने की थी शिकायत
थर्मल प्लांट्स के पास कोयले के स्टॉक में गिरावट की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि देश के थर्मल प्लांट्स में करीब 22 मिलियन टन कोयला है, जो 10 दिनों के लिए पर्याप्त है। भारतीय रेलवे ने बिजली संयंत्रों को कोयला रेक की आवाजाही में तेजी लाने के लिए 657 ट्रेन यात्राएं रद्द करने का फैसला किया है। 509 मेल/एक्सप्रेस ट्रेन ट्रिप/सेवाएं और 148 मेमू ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। बता दें कि कई राज्यों ने कोयले की कमी को लेकर केंद्र सरकार से शिकायत की थी।
कांग्रेस ने लगाए आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ(Prof. Gourav Vallabh) ने कहा-आज बिजली की जो हालत पूरे देश में हो चुकी है, स्थिति ये है कि देश के 16 राज्यों में 10 घंटे तक की कटौती चल रही है। मोदी जी इन 16 राज्यों में से लगभग 12 आपके ही हैं, इनमें 10 घंटे की कटौती चल रही है। ये कटौती अभी शुरुआती है, मई में पूरी पिक्चर अभी बाकी है।
केंद्रीय विद्युत मंत्री आरके सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से मुलाकात की
केंद्रीय विद्युत व नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने 29 अप्रैल को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठक की। उन्होंने हरियाणा ने आश्वासन दिया कि वह उन विद्युत संयंत्रों से उत्पादन को पहले की तरह करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेगा, जिनके पास पीपीए (विद्युत खरीद समझौता) है। यह 3 दिनों में शुरू हो जाएगा। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में कामेंग जल विद्युत संयंत्र से लगभग 300 मेगावाट बिजली के लिए हरियाणा नीपको (नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लिमिटेड) के साथ एक विद्युत खरीद समझौता करेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने विद्युत मंत्रालय से 15 मई, 2022 तक की अवधि के लिए लगभग 500 मेगावाट बिजली आवंटित करने का अनुरोध किया। हरियाणा ने अपने यमुना नगर संयंत्र में 750 मेगावाट की एक नई इकाई स्थापित करने का निर्णय लिया है।
इस तरह बढ़ी बिजली की मांग
रात 8 बजे- 188222 मेगावाट
पीक ऑवर-10778 मेगावाट
दोपहर 2.25 बजे-सबसे अधिक बिजली की डिमांड, लेकिन सप्लाई-204653 मेगावाट
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