चंद दिनों पहले तक टीवी पर आकर पीएम नरेंद्र मोदी की खूब आलोचना करने वाले गौरव अब उनका गुणगान करते थक नहीं रहे हैं।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान नेताओं का पार्टी बदलना तेज हो गया है। गौरव वल्लभ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। चंद दिनों पहले तक टीवी पर आकर पीएम नरेंद्र मोदी की खूब आलोचना करने वाले गौरव अब उनका गुणगान करते थक नहीं रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री को समर्थन देने के लिए आए हैं। वह नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत" एजेंडा से प्रभावित हैं।
गौरव वल्लभ ने पहले भाजपा प्रवक्ता से पूछा था कि 5 ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं। अब उन्होंने कहा है कि देश में धन कमाना अपराध नहीं हो सकता। वल्लभ ने कहा कि वह हमेशा से चाहते थे कि राम मंदिर बने। कांग्रेस के नेता राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं गए। उन्हें यह फैसला स्वीकार्य नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सनातन विरोधी रवैया उनके पार्टी छोड़ने की बड़ वजह है।
वल्लभ ने कहा, "मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान श्री राम कांग्रेस के लोगों को सदबुद्धि दें ताकि वे सनातन धर्म के खिलाफ बोलना बंद करें। उन्हें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना चाहिए था। नरेंद्र मोदी की आलोचना करते करते कांग्रेस इस हालत में पहुंच गई है। अब कांग्रेस खुद की आलोचना कर रही है।"
वल्लभ के भाजपा में शामिल होने के बाद सोशल मीडिया पर उनका एक इंटरव्यू चर्चा का विषय बन गया है। यह इंटरव्यू 2019 का है। इसमें वल्लभ कह रहे हैं कि वह कभी भाजपा में नहीं जाएंगे।
कांग्रेस के कई प्रवक्ता हुए हैं भाजपा में शामिल
गौरव वल्लभ कांग्रेस के उन प्रमुख प्रवक्ताओं में शामिल हो गए हैं जिन्होंने भाजपा का दामन थामा है। 2022 में कांग्रेस में एक दशक रहने के बाद जयवीर शेरगिल बीजेपी में शामिल हो गए थे। बाद में उन्हें भाजपा ने राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया। शेरगिल अपने पुराने बॉस राहुल गांधी पर हमलों में सबसे आगे रहे हैं। शहजाद पूनावाला भी कांग्रेस से भाजपा में आए हैं।