ओडिशा और आंध्र में आज 'गुलाब' चक्रवात के गुजरने की आशंका, कई क्षेत्रों के लिए हाई अलर्ट जारी

आईएमडी ने कहा, 'यह 26 सितंबर की शाम तक कलिंगपत्तनम के आसपास विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ सकता है।'

Asianet News Hindi | Published : Sep 26, 2021 2:32 AM IST

भुवनेश्वर। ओडिशा (Odisha) और आंध्र (Andhra Pradesh) में एक बार फिर चक्रवात (cyclone) टकराने वाला है। ओडिशा राज्य के गोपालपुर (Gopalpur) और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम (Vishakhapatnam) तटों के बीच से रविवार को 'गुलाब' (Gulab) चक्रवात के गुजर सकता है। राहत कार्य व बचाव के लिए उत्तर तटीय आध्र जिलों में एनडीआरएफ (NDRF) की तीन और एसडीआरएफ (SDRF) की एक टीम तैनात कर दी गई है। जबकि ओडीआरएएफ (ODRAF) के 42 दलों और एनडीआरएफ (NDRAF) के 24 दलों के साथ दमकल कर्मियों को सात जिलों गजपति, गंजम, रायगढ़, कोरापुट, मल्कानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल भेजा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इन जिलों के मछुआरों से 27 सितंबर तक समुद्र में न जाने को कहा है।

गंजम सबसे अधिक प्रभावत रह सकता

ओडिशा के गंजम के चक्रवाती तूफान से अधिक प्रभावित होने की आशंका है और इलाके में 15 रेस्क्यू टीमों को तैनात किया गया है। इसके अलावा दमकल के 11 दलों के अलावा ओडीआरएएफ के छह टीमों और एनडीआरएफ के आठ टीमों को इमरजेंसी से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

आज शाम तक पहुंचेगा चक्रवात

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर और मध्य हिस्से पर बना गहरे दबाव का क्षेत्र 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ा है। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे गहरे दबाव का क्षेत्र गोपालपुर से 510 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश में कलिंगपत्तनम से 590 किलोमीटर पूर्व में स्थित था।  आईएमडी ने कहा, 'यह 26 सितंबर की शाम तक कलिंगपत्तनम के आसपास विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ सकता है।' आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय मोहपात्र ने बताया कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवा चलने का अनुमान है। 

अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में मछुआरों को 25 से 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में न जाने को कहा गया है।

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