तो क्या हार्दिक पटेल भी छोड़ रहे कांग्रेस, बड़े पाटीदार नेता के छोड़ने से गुजरात में कांग्रेस को लग सकता झटका

कांग्रेस के कद्दावर नेता लगातार पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले ही पाटीदार समाज के नेता व गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल पार्टी छोड़ सकते हैं। ट्विटर पर बायो बदलकर हार्दिक ने संकेत दे दिए हैं। 
 

Dheerendra Gopal | Published : May 3, 2022 12:45 AM IST

नई दिल्ली। गुजरात में कांग्रेस (Gujarat Congress) के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने अपने ट्विटर बायो से पार्टी का नाम हटा दिया है। कांग्रेस का नाम ट्विटर बायो से हटाए जाने के बाद उनके कांग्रेस छोड़ने के कयासों को बल दे रहा है। "गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष" अब हार्दिक पटेल के बायो से गायब हैं। जबकि वहां अब "गर्वित भारतीय देशभक्त। सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता। एक बेहतर भारत के लिए प्रतिबद्ध।" लिखा है। साथ ही कांग्रेस का "हाथ" चिन्ह भी हटा दिया गया है।

पहले भी ट्विटर पर संकेत देते रहे हैं कांग्रेस छोड़ने वाले

पिछले कुछ वर्षों में, पार्टी से बाहर निकलने वाले कांग्रेस नेताओं ने आमतौर पर अपने ट्विटर बायो को बदलकर पहला संकेत दिया है। फिलहाल, हार्दिक पटेल ने तो कांग्रेस नहीं छोड़ी है लेकिन पूर्व में कई कांग्रेसियों ने दल बदलने के पहले ट्विटर पर यही ट्रेंड अपनाया कि बायो बदल दिया।

शीर्ष नेतृत्व द्वारा अनदेखा करने की शिकायत करते आ रहे

28 वर्षीय पाटीदार नेता गुजरात में कांग्रेस और उसके शीर्ष नेताओं द्वारा अनदेखा किए जाने की शिकायत करते रहे हैं। यहां तक ​​कि उन्होंने इसकी तुलना एक दूल्हे को जबरन नस्बंदी (नसबंदी) करने की भावना से की थी। हालांकि, उन्होंने अब तक इस बात से इनकार किया है कि वह 2019 में जिस पार्टी में शामिल हुए थे, उससे बाहर हो रहे हैं।

बीजेपी  की तारीफ कर चुके हैं हार्दिक 

पिछले महीने, हार्दिक पटेल ने अपने पार्टी शीर्ष को और भी अधिक चिंतित किया जब उन्होंने एक कदम आगे बढ़कर भाजपा की प्रशंसा करते हुए कहा कि भाजपा के बारे में कुछ चीजें अच्छी हैं और हमें इसे स्वीकार करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने राजनीतिक रूप से जो हालिया फैसले लिए हैं, हमें स्वीकार करना होगा कि उनके पास इस तरह के कदम उठाने की ताकत है। मेरा मानना ​​है कि उनका पक्ष लिए बिना या उनकी प्रशंसा किए बिना, हम कम से कम सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं। अगर कांग्रेस बनना चाहती है। गुजरात में मजबूत है, तो हमें अपने निर्णय लेने के कौशल और निर्णय लेने की शक्ति में सुधार करना होगा।

आप में भी शामिल होने की अटकलें

कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि वह अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) के साथ बातचीत कर रहे हैं, जो खुद को कांग्रेस की तुलना में गुजरात में बेहतर विपक्ष के रूप में पेश कर रही है। हालांकि, हार्दिक पटेल पहले भी कह चुके हैं..."मैं किसी तरफ झुका नहीं हूं। जब इच्छा शक्ति की कमी है तो आपके सामने कई विकल्प हैं। मेरे पास इच्छाशक्ति की कमी नहीं है और मैं राज्य के लाभ के लिए काम करूंगा। और अगर मुझे करना है इस संबंध में कोई भी फैसला लेंगे, मैं इसे लूंगा।"

गुजरात के शक्तिशाली पाटीदार नेता

हार्दिक पटेल ने 2015 में गुजरात में आरक्षण के लिए शक्तिशाली पाटीदार समुदाय के आंदोलन का नेतृत्व किया। 2019 के राष्ट्रीय चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हो गए। पार्टी ने 2017 के गुजरात चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को कड़ी चुनौती दी, लेकिन पाटीदार समुदाय ने 2019 के चुनाव या स्थानीय निकाय चुनावों में पार्टी का समर्थन नहीं किया।

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