गुजरात में पाटीदार समाज के बड़े नेता व पूर्व कांग्रेसी हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। पटेल ने राम मंदिर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के बयान पर उनको आड़े हाथों लेते हुए पूरी पार्टी को हिंदुत्व विरोधी बताया है।
नई दिल्ली। कांग्रेस को बॉय बोलने के बाद हार्दिक पटेल ने अपनी पूर्व पार्टी पर जोरदार हमला बोला है। राम मंदिर को लेकर कांग्रेस नेता के एक बयान पर हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही हिंदू धर्म की आस्था को चोट पहुंचाने का काम करती है। कांग्रेस को आखिर हिंदुओं से नफरत क्यों है। भगवान श्रीराम के खिलाफ बार बार अनाप-शनाप कहने की आदत सी पड़ती जा रही है।
हार्दिक ने ट्वीट कर कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताया
हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया कि मैंने पहले भी कहा था की कांग्रेस पार्टी जनता की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का काम करती है, हमेशा हिंदू धर्म की आस्था को नुक़सान पहुँचाने का प्रयास करती हैं। आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री और गुजरात कांग्रेस के नेता ने बयान दिया की राम मंदिर की ईंटों पर कुत्ते पेशाब करते हैं..! मैं कांग्रेस और उसके नेताओं से पूछना चाहता हूँ की आपको भगवान श्री राम से क्या दुश्मनी हैं ? हिंदुओ से क्यों इतनी नफरत ? सदियों बाद अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर भी बन रहा है फिर भी कांग्रेस के नेता भगवान श्री राम के ख़िलाफ़ अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं।
कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस छोड़ा था हार्दिक ने
गुजरात में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस छोड़ दिया। हार्दिक पटेल पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस आलाकमान से नाराज थे। पार्टी छोड़ने के पहले एक इंटरव्यू में हार्दिक ने धारा 370 हटाने और राम मंदिर बनाए जाने को लेकर बीजेपी की तारीफ की थी। हार्दिक पटेल के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले हार्दिक पटेल के बीजेपी से भी नजदीकियां बढ़ी है जो बीजेपी के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो सकती है।
पाटीदार समाज के बड़े नेताओं में शुमार हैं हार्दिक
29 साल के हार्दिक पटेल, पाटीदार समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं। दरअसल, 2010 में हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने सहजानन्द कॉलेज, अहमदाबाद से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की। कॉलेज के दौरान ही हार्दिक ने छात्र संघ के महासचिव पद के लिए चुनाव लड़ा और निर्विरोध निर्वाचित हुए। जुलाई, 2015 में हार्दिक पटेल की बहन मोनिका को जब गुजरात सरकार की छात्रवृत्ति नहीं मिली और उसकी एक दोस्त को कम नंबर आने पर भी चुना गया तो इसके बाद हार्दिक पटेल ने इसके खिलाफ आवाज उठाने की तैयारी की।
हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने इसके बाद पाटीदार अनामत आंदोलन समिति बनाई। गुजरात के पाटीदार समाज को आरक्षण दिलाने की मांग के लिए हार्दिक ने संघर्ष किया और कहा कि ये एक एनजीओ है, जिसका मकसद ओबीसी को आरक्षण दिलाना है। हार्दिक ने जुलाई, 2015 से रैली शुरू की। धीरे-धीरे सोशल मीडिया के माध्यम से उनके समर्थक बढ़ते गए। हार्दिक ने 9 सितंबर, 2015 को एक और संगठन पटेल नवनिर्माण सेना का गठन किया। इसका मकसद कुर्मी, पार्टीदार और गुर्जर समुदाय को ओबीसी में शामिल करना और उन्हें सरकारी नौकरियां दिलाना था। इसी साल 18 अक्टूबर को हार्दिक पटेल पर राष्ट्रीय झंडे के अपमान का आरोप भी लगा। इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ। वो कुछ समय के लिए जेल भी गए। पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें हाल ही में उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में शामिल होने का न्योता दिया था, लेकिन वो नहीं गए थे।
यह भी पढ़ें: