हरियाणा के अंबाला में सोमवार को लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज किया और लोगों को खदेड़ा। दरअसल, अंबाला पुलिस एक बुजुर्ग महिला के दाह संस्कार के लिए पहुंची थी। महिला सांस के बीमारी से पीड़ित थी। उसका सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया है। रिपोर्ट आने से पहले महिला की मौत हो गई।
अंबाला. कोरोना वायरस के कहर के बीच डॉक्टर, पुलिस लगातार फ्रंटलाइन पर खड़े होकर जंग लड़ रहे हैं। लेकिन पुलिस और डॉक्टरों पर हमलों का दौर जारी है। इसी क्रम में हरियाणा के अंबाला में सोमवार को लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज किया और लोगों को खदेड़ा। दरअसल, अंबाला पुलिस एक बुजुर्ग महिला के दाह संस्कार के लिए पहुंची थी। जिसका लोगों ने विरोध करते हुए पुलिस पर हमला कर दिया।
डीएसपी अंबाला राम कुमार ने बताया कि महिला की मौत अंबाला छावनी स्थित सिविल अस्पताल में हुई थी। उसे सांस लेने में समस्या होने की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टरों ने एहतियातन महिला का सैंपल जांच के लिए भेजा था।
दाह संस्कार का लोग कर रहे थे विरोध
पुलिस के मुताबिक जांच रिपोर्ट आने से पहले ही महिला की मौत हो गई है। जिसके बाद छावनी से लगे चांदपुरा गांव के स्थानीय श्मशान में सोमवार शाम को बुजुर्ग महिला का दाह संस्कार किया जा रहा था। इसी दौरान लगभग 400 लोग जमा हो गए और पुलिस पर हमला बोल दिया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करके लोगों को वहां से भगाना पड़ा।
ग्रामीणों को था संक्रमण फैलने का खतरा
ग्रामीणों को शक था कि महिला की मौत कोविड-19 से हुई है और उसका दाह संस्कार वहां करने से इलाके में भी संक्रमण फैल सकता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि संक्रमण का कोई खतरा नहीं है और अंतिम संस्कार विरोध नहीं करने को कहा। समझाने के बावजूद 300 से 400 लोग वहां एकत्र हो गए और हंगामा करने लगे।
डॉक्टरों को बचाने के लिए करना पड़ा लाठीचार्ज
डीएसपी ने बताया कि लोगों ने लॉकडाउन तो तोड़ा ही साथ ही टीम पर हमला कर दिया। वहां पुलिस और डॉक्टरों की टीम थी। उन्हें हमले से बचाने के लिए पुलिस को भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद वहां से भीड़ हटी और महिला का दाह संस्कार किया जा सका। पुलिस ने बताया कि एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है।