हाथरस केस: पीड़िता के पिता ने बयां किया दर्द, बोले- 'हमें घर में बंद कर पता नहीं किसका शव जलाया'

उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता की मौत हो गई है। मंगलवार की रात को दिल्ली से जब लड़की का शव हाथरस पहुंचा तो य़पी पुलिस ने जबरन ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। घरवालों ने दावा किया है कि उनसे पूछे बिना ही अंतिम संस्कार किया गया।

Asianet News Hindi | Published : Sep 30, 2020 5:07 AM IST

हाथरस. उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता की मौत हो गई है। मंगलवार की रात को दिल्ली से जब लड़की का शव हाथरस पहुंचा तो य़पी पुलिस ने जबरन ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। घरवालों ने दावा किया है कि उनसे पूछे बिना ही अंतिम संस्कार किया गया और जब शव को जलाया गया तो उन्हें बंद कर दिया गया। ऐसे में अब एक बार फिर यूपी पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

पता नहीं किसकी बॉडी जलाई: पिता

वहीं, लड़की के पिता ने हाल ही में बेटी के अंतिम संस्कार को लेकर एक न्यूज चैनल से बातचीत की। उन्होंने बताया, 'उन्हें घर में बंद कर दिया गया था और पुलिस डेडबॉडी को ले गई।' उन्होंने नहीं देखा कि यह किसकी बॉडी है, साथ ही चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस ने परिवारवालों को अंदर बंद कर दिया और बाद में बाहर पुलिस खड़ी हो गई। 

मंगलवार की रात को जब शव हाथरस पहुंचा तो शव वाहन के आगे लेटकर परिजनों के कड़े प्रतिरोध करने और मृतका की मां द्वारा झोली फैलाने पर भी पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मृतका की डेडबॉडी को उसके घर ले जाने और अंतिम संस्कार के लिए सुबह होने के इंतजार को राजी नहीं हुए। 

आधी रात को किया गया पीड़िता का अंतिम संस्कार

आधी रात में मृतका का अंतिम संस्कार करा दिया गया। लड़की के दाह संस्कार पर उसके घरवालों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। लड़की के पिता का कहना है कि उन्होंने नहीं देखा कि यह किसकी बॉडी है, वह तो शमशान तक पंहुचे ही नहीं है, पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया है। पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि ऐसे तो देश की बेटियां सुरक्षित नहीं रहेंगी। उधर लड़की के चाचा का कहना है कि दाह संस्कार परिजनों के साथ नहीं किया गया है, जो भी किया है पुलिस ने किया है। यह देखकर कि अब पुलिस नहीं होगी वह जलती चिता में दो चार कंडे डालने गए थे तभी पुलिसवालों ने उनका फोटो खींच लिया, अंतिम संस्कार कैसे किया यह उन्हें पता नहीं है।

मां ने भी बयां किया दर्द

पीड़िता के पिता से पहले मां ने भी अपने दर्द को बयां किया था। उन्होंने बताया था कि जब उन्होंने अपनी बेटी को पाया तो देखा उसके शरीर से बहुत खून बह रहा था। उन्होंने उसे अपने दुपट्टे और उसी खून से लथपथ कपड़े से उसे ढक दिया। बेटी की जीभ कटी हुई थी। गौरतलब है कि मंगलवार दोपहर को ही पीड़िता की मौत दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हो गई थी, इसके बाद अस्पताल के बाहर काफी प्रदर्शन हुआ। शाम होते-होते पुलिस पीड़िता के शव को हाथरस ले आई और देर रात को अंतिम संस्कार कर दिया गया।

16 दिन पहले हुई थी लड़की के साथ दरिंदगी

दरअसल, उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाने के गांव में 14 सितंबर की सुबह 19 वर्षीय लड़की के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था। परिजनों का आरोप है कि सुबह साढ़े नौ बजे के करीब चार दबंगों ने लड़की के साथ दरिंदगी की। घटना के 9 दिन बाद लड़की होश में आई तो इशारों से अपना दर्द बयान किया। पीड़िता को पहले अलीगढ़ में इलाज के लिए भेजा गया और वहां हालात बिगड़ने पर उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भेजा गया लेकिन अफसोस, यहां भी उस पीड़िता को बचाया नहीं जा सका और कल सुबह उस लड़की ने दम तोड़ दिया। अबतक इस मामले में चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।

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