एयरपोर्ट पर RT-PCR, संक्रमितों के लिए अलग आइसोलेशन वॉर्ड, नए कोरोना स्ट्रेन पर सरकार ने जारी की SOP

Published : Dec 22, 2020, 04:05 PM ISTUpdated : Dec 22, 2020, 04:55 PM IST
एयरपोर्ट पर RT-PCR, संक्रमितों के लिए अलग आइसोलेशन वॉर्ड, नए कोरोना स्ट्रेन पर सरकार ने जारी की SOP

सार

कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत ब्रिटेन से आने वाले यात्री, जिनमें कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलता है, उन्हें अलग से आइसोलेशन वॉर्ड में रखा जाएगा। इसके अलावा ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जाए।   

नई दिल्ली. कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत ब्रिटेन से आने वाले यात्री, जिनमें कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलता है, उन्हें अलग से आइसोलेशन वॉर्ड में रखा जाएगा। इसके अलावा ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जाए। 

हाल ही में ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है। इसे देखते हुए भारत, रूस, जर्मनी, सऊदी अरब, ग्रीस समेत दुनिया के तमाम देशों ने ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइटों पर रोक लगा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब नए स्ट्रेन के मद्देनजर इसे कैसे सर्विलांस किया जाए, इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएं, इसे लेकर एसओपी जारी की है। 

क्या है गाइडलाइन में?

  • स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों का एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर कराया जाए। पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों को अलग आइसोलेशन यूनिट में रखा जाए। इनके सैंपल को जिनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी, पुणे भेजा जाए।  
  • अगर पॉजिटिव व्यक्ति में नया स्ट्रेन नहीं मिलता है, तो उसका इलाज मौजूदा प्रोटोकॉल के हिसाब से किया जाए। लेकिन अगर जिनोमिक सीक्वेंसिंग में नया वेरिएंट है, तो  इलाज तो मौजूदा प्रोटोकॉल पर किया जाएगा। लेकिन उसका 14वें दिन टेस्ट किया जाएगा। अगर फिर भी संक्रमित पाया जाता है तो दो निगेटिव तक सैंपल किए जाएंगे।
  • आरटी पीसीआर में निगेटिव आने वाले यात्री घर पर क्वारंटीन किया जाएगा। 
  • एयरलाइंस को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी यात्रियों को चेक-इन से पहले गाइडलाइंस बता दी जाएं। फ्लाइट में भी इसकी अनाउंसमेंट हो। 
  • 21 से 23 दिसंबर तक ब्रिटेन से भारत आए यात्रियों में RT-PCR टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वाले संक्रमित लोगों के सभी कांटैक्ट को अलग से क्वारंटीन किया जाएगा। इन सभी का ICMR गाइडलाइंस के मुताबिक टेस्ट होगा। 
  • संक्रमित व्यक्ति की सीट की लाइन में 2 सीटें आगे और 3 सीटें पीछे तक बैठे लोगों को क्वारंटीन किया जाएगा। इसके अलावा संक्रमित पाए जाने वाले के संपर्क में आए क्रू मेंबर की पहचान की जाएगी। 
  • वहीं,  21 से 23 दिसंबर तक ब्रिटेन से भारत आए यात्री, जिनकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन सभी की लिस्ट राज्यों के साथ शेयर की जाएगी। उन्हें होम क्वारंटीन कर टेस्ट किया जाएगा। 
  • 25 नवंबर से 8 दिसंबर तक ब्रिटेन से आए लोगों की पहचान कर, उन्हें खुद के स्वास्थ्य को मॉनिटर करने के लिए कहा जाएगा। अगर कोई लक्षण मिलता है तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट होगा।  
  • 9 दिसंबर से 23 दिसंबर के बीच भारत आए सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की डिटेल राज्यों- डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर के साथ शेयर की जाएगी। इन लोगों का 14 दिन तक फॉलोअप किया जाएगा। 

 

 

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