केरल विधानसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। यहां कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के विधायकों ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ नारे लगाए। साथ ही उनका रास्ता भी रोक लिया।
तिरुअनंतपुरम. केरल विधानसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। यहां कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के विधायकों ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ नारे लगाए। साथ ही उनका रास्ता भी रोक लिया।
राज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री पी विजयन भी साथ थे। इस दौरान यूडीएफ गठबंधन के विधायक 'गो बैक गवर्नर', 'हम CAA का विरोध करते हैं' लिखे तख्ते लिए उनके सामने खड़े हो गए। मार्शल सदन में राज्यपाल को उनकी जगह तक ले गए। इसके बाद यूडीएफ के विधायक सदन से बाहर चले गए।
CAA के खिलाफ पढ़ा पैरा
केरल विधानसभा में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, 'मैं (CAA) के खिलाफ ये पैरा पढ़ रहा हूं क्योंकि मुख्यमंत्री ऐसा चाहते हैं। हालांकि, ये किसी पॉलिसी या प्रोग्राम का हिस्सा नहीं। CM का कहना है कि ये राज्य सरकार का रुख है, उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए मैं इसे पढ़ रहा हूं।
केरल CAA के खिलाफ प्रस्ताव पास करने वाला पहला राज्य
मोदी सरकार पिछले साल दिसंबर में नागरिकता कानून लाई थी। इसके तहत बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाले प्रताड़ित अल्पसंख्यकों हिंदू, जैन, सिख, ईसाई, बुद्ध और पारसियों को नागरिकता देने का प्रावधान है। इस कानून का काफी विरोध भी हो रहा है। केरल की विधानसभा ने इस कानून के खिलाफ प्रस्ताव भी पास किया था। ऐसा करने वाला केरल पहला राज्य है। इसके बाद केरल सरकार इस कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी पहुंची है। वहीं, राज्यपाल ने सरकार के इश कदम का विरोध किया है।