हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले थे, लेकिन अब बैठक स्थगित कर दी गई है।
शिमला(Shimla). हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले थे, लेकिन अब बैठक स्थगित कर दी गई है। प्रवक्ता ने बताया कि सुक्खू प्रधानमंत्री से मिलने से पहले अनिवार्य नियमित जांच के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में पॉजिटिव पाए गए थे। पढ़िए पूरी डिटेल्स..
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, सीएम में कोई लक्षण नहीं है और एहतियात के तौर पर उन्होंने खुद को क्वारंटीन कर लिया है। उनके सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। सुक्खू अपनी सरकार के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, राज्य कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह और 38 नवनिर्वाचित विधायकों के साथ 16 दिसंबर को राजस्थान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। सुक्खू नई दिल्ली में हैं और पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के कई नेताओं से मिले थे। इनमें हिमाचल प्रदेश के एआईसीसी प्रभारी राजीव शुक्ला और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल हैं।
हाल में लगातार अफवाहें सामने आई थीं कि कोरोना से ठीक हुए मरीजों में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं, उनमें ब्लड क्लॉटिंग की समस्या आई है। यानी कोरोना से बचने के बाद भी पीड़ितों की इन बीमारियों से मौत की संख्या बढ़ी है। इसका पता करने पटना एम्स ने एक स्टडी की। रिसर्च में 457 मरीजों को शामिल किया गया। इनमें सिर्फ 10 की मौत हुई, लेकिन उनकी मौत के कारण विशेषकर कोरोना नहीं, दूसरे थे। पटना एम्स के श्वसन रोग(respiratory disease) विभाग के डॉ. दीपेंद्र कुमार राय और एनेस्ठिसिया विभाग के डॉ. निशांत सहाय ने कोरोना से ठीक हुए मरीजों की बाद में मौत और बीमारी के अन्य लक्ष्णों पर यह स्टडी की थी। यानी यह बात सही नहीं निकली।
इस बीच चीन में कोरोना महामारी का खतरा बढ़ रहा है। महामारी विशेषज्ञ वू ज़ुन्यो का अनुमान है कि संक्रमण में हो रही ताज़ा बढ़ोतरी जनवरी के मध्य तक चलेगी। दूसरी लहर जनवरी अंत में आने की आशंका है। दरअसल, 21 जनवरी से यहां सप्ताह भर का चीनी नव वर्ष समारोह होता है। इसमें परिवार के साथ छुट्टियां बिताने के लिए देश में आमतौर पर लाखों लोग यात्रा करते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में कोविड-19 की कम संख्या होने के पीछे हाइब्रिड रोग प्रतिरोधक(hybrid immunity) क्षमता यानी कोविड के संक्रमण के बाद आई नेचुरल इम्यूनिटी को माना जा रहा है, लेकिन चीन की आबादी के एक बड़े हिस्से को वैक्सीनेशन और पूर्व संक्रमण के संयोजन(वायरस में बदलाव) से यह सुरक्षा नहीं मिल पा रही है, जिससे वहां मामलों में तेजी आ सकती है। विशेषज्ञों ने चीन में लोगों के लिए उपलब्ध वैक्सीन की प्रभावकारिता(efficacy of the vaccines ) पर भी सवाल उठाया है। कह सकते हैं कि कोरोना का भारत में फिलहाल कोई खतरा नहीं है। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स
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