26/11 आतंकी हमला: विदेश मंत्री जयशंकर ने UNSC की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा किया, PAK पर उठाए सवाल

विदेश मंत्री एस जयंशकर ने शुक्रवार को 26/11 आतंकी हमले को याद करते हुए तल्ख लहजे में कहा कि हमलों के प्रमुख साजिशकर्ता और प्लानर्स सुरक्षित और निर्दोष बने हुए हैं, जिसने सामूहिक विश्वसनीयता यानी दुनिया से भरोसे को कम कर दिया है।

मुंबई. विदेश मंत्री एस जयंशकर(External Affairs Minister S Jaishankar) ने शुक्रवार को 26/11 आतंकी हमले में जान गंवानों वालों को श्रद्धांजलि देने से पहले एक बैठक में पाकिस्तान(नाम लिए बिना) और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) दोनों को कठघरे में खड़ा कर दिया। जयशंकर ने तल्ख लहजे में कहा कि 26/11: मुंबई आतंकवादी हमलों के प्रमुख साजिशकर्ता और प्लानर्स सुरक्षित और निर्दोष बने हुए हैं, जिसने सामूहिक विश्वसनीयता यानी दुनिया से भरोसे को कम कर दिया है। विदेश मंत्री ने कहा कि जब कुछ आतंकवादियों पर मुकदमा चलाने की बात आती है, तो UNSC कुछ मामलों में राजनीतिक विचारों(political considerations) की वजह से अफसोसजनक रूप से कार्रवाई करने में असमर्थ साबित हुई है।  (मुंबई: संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज (केंद्र) ने शुक्रवार, 28 अक्टूबर को मुंबई के ताजमहल होटल में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की काउंटर टेररिज्म कमेटी (सीटीसी) की एक विशेष बैठक की अध्यक्षता की)

ये है पूरा मामला
दरअसल, पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र(United Nation) में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शाहिद महमूद और हाफिज तलह सईद को ग्लोबल टेरोरिस्ट की लिस्ट में शामिल होने का भारत और अमेरिका ने प्रस्ताव रखा था, लेकिन चीन ने ऐसा नहीं होने दिया। बता दें कि  46 वर्षीय हाफिज तलहा सईद आतंकवादी समूह लश्कर का एक प्रमुख नेता है। उसके पिता हाफिज पर 26/11 के मुंबई आतंकी हमला कराने का आरोप है।  इसी साल अप्रैल में उसको भारत सरकार ने उसे आतंकवादी घोषित किया था। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स...

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अब जानिए यह बात
विदेश मंत्री जयशंकर मुंबई में 'आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नई और उभरती टेक्नोलॉजी के उपयोग का मुकाबला(Countering the Use of New and Emerging Technologies for Terrorist Purposes)' विषय पर हुई एक स्पेशल मीटिंग में बोल रहे थे। आयोजन का पहला फेज दक्षिण मुंबई के ताज महल पैलेस होटल में आयोजित किया जा रहा है। यह वही होटल है, जहां नवंबर 2008 में आतंकवादियों ने हमला किया था। जयशंकर ने कहा, चौंकाने वाला यह आतंकी हमला न केवल मुंबई पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर हुआ हमला था। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, "वास्तव में, इस पूरे शहर को आतंकवादियों ने बंधक बना लिया था, जो सीमा पार से आए थे।" उन्होंने कहा कि हमलों में 140 भारतीय नागरिकों और 23 देशों के 26 नागरिकों की जान चली गई। जयशंकर के अलावा गैबॉन के विदेश मंत्री और UNSC के अध्यक्ष माइकल मूसा के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों ने भी 26/11 के आतंकी हमलों में जान गंवाने वाले पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। 

हमने 26/11 हमले के मास्टरमाइंड और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है। इस स्थल पर UNSC की आतंकवाद-रोधी समिति का एक साथ आना विशेष और महत्वपूर्ण है। मुंबई में 26/11 स्मारक पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, ताजमहल पैलेस होटल

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