ये जानना दिलचस्प है कि कैसे 8 साल में PM ने 'राष्ट्रीय एकता दिवस' व 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को एक 'पर्व' बना दिया

PM मोदी ने जिस विजन के साथ हर साल राष्ट्रीयत एकता दिवस की शुरुआत कराई, वो बीते 8 सालों में अब स्वतंत्रता दिवस-गणतंत्र दिवस और अन्य ऐसे ही राष्ट्रीय दिवस के समान स्थापित हो चुका है। यही नहीं, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनियाभर में भारत की पहचान बन गई है।

Amitabh Budholiya | Published : Oct 30, 2022 9:02 AM IST / Updated: Oct 30 2022, 02:40 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक गुजरात और राजस्थान के दौरे पर रहेंगे। 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है। इसे 2014 से राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री केवड़िया जाएंगे। वह स्टैच्यू ऑफ यूनिटी(Statue of Unity) पर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देंगे। यह जानकार ताज्जुब होगा कि PM ने जिस विजन के साथ हर साल राष्ट्रीयत एकता दिवस(Rashtriya Ekta Diwas) की शुरुआत कराई, वो बीते 8 सालों में अब स्वतंत्रता दिवस-गणतंत्र दिवस और अन्य ऐसे ही राष्ट्रीय दिवस के समान स्थापित हो चुका है। जानिए कैसे एक भारत श्रेष्ठ भारत(Ek Bharat Shreshtha Bharat) के PM मोदी के विजन के साथ 'राष्ट्रीय एकता दिवस' एक ऐतिहासिक दिवस बन गया?

देशव्यापी आयोजन बना गया राष्ट्रीय एकता दिवस
इस आयोजन के प्रभाव का पैमाना ऐसा हो चुका है कि अब सारा देश इसे राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाने लगा है। आधिकारिक समारोह स्टैच्यू आफ यूनिटी में होता है, जिसमें  पीएम मोदी भाग लेते हैं। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को 2018 में राष्ट्रीय एकता दिवस पर पीएम ने राष्ट्र को समर्पित किया था। अब यह जगह और 31 अक्टूबर का दिन उत्सव का रूप ले चुका है। स्टैच्यू आफ यूनिटी ने गणतंत्र दिवस के लिए कर्तव्य पथ और स्वतंत्रता दिवस के लिए लाल किले जितना ही अमूल्य स्थान हासिल कर लिया है।

ऐसा होगा आयोजन
इस साल भी PM मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में होने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे। इस उत्सव में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड होगी, जिसमें हर क्षेत्र से BSF और 5 राज्य पुलिस बलों की टुकड़ियां शामिल होगी। कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण अंबाजी के आदिवासी बच्चों का संगीत बैंड होगा। बैंड के सदस्य कभी अंबाजी मंदिर में भीख मांगते थे। पीएम ने इससे पहले भी इन बच्चों को प्रोत्साहित किया था, जब उन्होंने पिछले महीने अंबाजी की अपनी यात्रा के दौरान उनके सामने प्रदर्शन किया था।

'मन की बात' में भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंथली लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिये 30 अक्टूबर को देश से रूबरू हुए। मन की बात का यह 94 वां एपिसोड था।  इसका पहला एपिसोड वर्ष 2014 में प्रसारित हुआ था।प्रधानमंत्री के विजन से प्रेरित होकर 2014 में ही सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती यानी 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। इसका उद्देश्य राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने और मजबूत बनाने के लिए समर्पण की भावना को सुदृढ़ करना है।

मन की बात में बोले मोदी-कल, 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस है, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म-जयन्ती का पुण्य अवसर है। इस दिन देश के कोने-कोने में #RunForUnity का आयोजन किया जाता है। ये दौड़, देश में एकता के सूत्र को मजबूत करती है, हमारे युवाओं को प्रेरित करती है। 'जुड़ेगा इंडिया तो जीतेगा इंडिया' इस Theme के साथ राष्ट्रीय खेलों ने जहां एकता का मजबूत सन्देश दिया, वहीं भारत की खेल संस्कृति को भी बढ़ावा देने का काम किया है। 

(स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अब दुनियाभर में भारत की पहचान बन गई है। 20 अक्टूबर, 2022 को जब संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस(United Nation Secretary-General Antonio Guterres) आफिसियल टूर पर भारत आए थे, तब वे पीएम मोद के साथ केवडिया स्थित 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देखने का मोह नहीं छोड़ पाए थे)

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