
हैदराबाद. महिला डॉक्टर गैंगरेप और मर्डर के चारों आरोपी के एनकाउंटर के बाद तेलंगाना पुलिस जमकर तारीफ हो रही है। इस पूरे एनकाउंटर में साइबराबाद कमिश्नर वी.सी. सज्जनार को रियल सिंघम कहा जा रहा है। तो हम आपको बता रहे हैं कि वी.सी. सज्जनार को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहा जाता है। इससे पहले भी वह दो एनकाउंटर मामलों में शामिल रहे हैं।
आईपीएस वीसी सज्जनर का हाथ बताया जा रहा है। सज्जनर इस वक्त साइबराबाद पुलिस कमिश्नर हैं। ऐसा पहला मौका नहीं है जब उनके हाथों दरिंदगी के आरोपियों का एनकाउंटर हुआ हो। इससे पहले 2008 में भी सज्जनर के वारंगल में एसपी रहते पुलिस ने दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने वाले तीन आरोपियों का एनकाउंटर किया था।
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12 दिसंबर 2008
आंध्रप्रदेश के वारंगल में दिसंबर 2008 को दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने की घटना ने सभी को चौंका दिया था। पुलिस ने घटना से चार दिन बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उस वक्त जब पुलिस थोड़ी देर बाद तीनों आरोपियों को घटनास्थल ले गई तो आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन आरोपी, पी हरिकृष्णा, बी संजय, श्रीनिवास राव मारे गए थे।
7 अप्रेल, 2015
लगभग सात साल बाद, 7 अप्रैल, 2015 को, सिमी और अन्य कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े पांच लोगों की तेलंगाना पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्हें उस दौरान सुनवाई के लिए हैदराबाद अदालत की ले जाया जा रहा था। पुलिस ने दावा किया था कि आरोपियों ने पेशाब करने के बहाने गाड़ी रूकवाई और फिर पुलिस वालों से हथियार छीन भागने लगे, सेल्फ डिफेंस में पुलिस ने पाचों को मार गिराया। ह्यूमन राइट्स के कार्यकर्ताओं ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए इसे पुलिसकर्मियों की मौत का बदला लेने के तहत की गई हत्या बताया था।
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06 दिसंबर 2019
27 नवंबर को हैदराबाद से 27 साल की महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप के बाद हत्या का मामला सामने आया था। डॉक्टर का शव 28 नवंबर को जला हुआ मिला था। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहे थे, लोगों आरोपियों के लिए सरेआम फांसी पर लटकाए जाने की मांग कर रहे थे। घटना के 9 दिन बाद पुलिस शुक्रवार यानी 6 दिसंबर को पुलिस आरोपियों को घटना वाली जगह ले गई थी। यहां घटना की रात का सीन रिक्रिट किया जाना था उस दौरान एक आरोपी ने रिवॉल्वर छीन भागने की कोशिश की। सेल्फ डिफेंस में पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ने के लिए गोली चलाई फिर एनकाउंटर में वो चारों मारे गए।