हैदराबाद गैंगरेपः डॉक्टर से दरिंदगी के बाद आरोपियों ने किया था यह घिनौना काम, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

 हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर हुई दरिंदगी के मामले में फॉरेंसिक जांच में भी नए खुलासे हुए हैं। जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई है कि डॉक्टर को मारने से पहले आरोपियों ने जबरदस्ती शराब भी पिलाई थी। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 14, 2019 4:50 AM IST

हैदराबाद. तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर हुई दरिंदगी के मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। महिला डॉक्टर की डीएनए रिपोर्ट आने के बाद फॉरेंसिक जांच में भी नए खुलासे हुए हैं। जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई है कि डॉक्टर को मारने से पहले आरोपियों ने जबरदस्ती शराब भी पिलाई थी। 

पुलिस का दावा साबित हुआ सच 

मीडिया रिपोर्ट अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पोस्टमॉर्टम फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी में इस बात का खुलासा हुआ है कि महिला डॉक्टर की लिवर टिशूज में शराब के अंश मिले हैं। बता दें कि घटना के तुरंत बाद पुलिस ने कहा था कि आरोपियों ने डॉक्टर का रेप और मर्डर करने से पहले जबरदस्ती शराब भी पिलाई थी। अब पुलिस के इन दावों की पुष्टि हो गई है। 

डीएनए रिपोर्ट में ये सच आया सामने 

महिला डॉक्टर की बॉडी की हड्डियों को DNA जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट के मुताबिक ये DNA डॉक्टर के परिवारवालों से मैच कर गया है। इसके अलावा पीड़िता के कपड़ों से सेमिनल सैंपल लिए गए थे। DNA जांच से इस बात की भी पुष्टि हो गई है कि घटना स्थल पर पाए गए सेमिनल के दाग चार आरोपियों के ही थे। 

सुरक्षित रखे गए हैं शव 

पुलिस  एनकाउंटर में मारे जाने के बाद तेलंगाना हाईकोर्ट ने पुलिस को आरोपियों के शव सुरक्षित रखने का आदेश दिया था। जिसमें कोर्ट ने 13 दिसंबर तक चारों शवों को संरक्षित करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि आयेाग की जांच के दौरान कोई अन्य अदालत जांच नहीं करेगा। इस मामले की जांच के लिए शीर्ष अदालत ने तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया है जिसकी अगुवाई उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश वी एस सिरपुरकर कर रहे हैं। 

27 नवंबर को मिला था शव

27 नवंबर की सुबह हैदराबाद के शादनगर क्षेत्र में महिला डॉक्टर का जला हुआ शव बरामद किया गया था। जिसमें चार आरोपियों ने डॉक्टर के साथ गैंगरेप करने के बाद हत्या कर शव को जलाया था। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को धर दबोचा था। वहीं, 6 दिसंबर को सभी आरोपियों को पुलिस सीन रिक्रिएट कराने घटनास्थल ले गई थी। जहां मुठभेड़ में चारों आरोपी ढेर हो गए। 

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