हैदराबाद से चुनाव जीतने वाले एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले ओवैसी ने शपथ ग्रहण समारोह में जय फिलिस्तीन का कथित नारा लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है।
Asaduddin Owaisi Oath as MP: 18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ दो दिनों से चल रहा है। हैदराबाद से चुनाव जीतने वाले एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले ओवैसी ने शपथ ग्रहण समारोह में जय फिलिस्तीन का कथित नारा लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया पर ओवैसी के नारा लगाए जाने पर जमकर विवाद छिड़ा हुआ है। लोकसभा में अपने पांचवें कार्यकाल के लिए शपथ लेने के बाद ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट में भारत के हाशिए पर पड़े समुदायों के सामने आने वाले मुद्दों की ईमानदारी से वकालत करने की अपनी प्रतिबद्धता दर्शायी है।
क्यों ओवैसी के शपथ पर छिड़ा विवाद?
दरअसल, मंगलवार को पांचवीं बार हैदराबाद से सांसद चुने गए असदुद्दीन ओवैसी को शपथ लेना था। वह सदन में शपथ लेने के लिए आगे बढ़े तो भाजपा सांसदों ने 'जय श्री राम' का नारा लगाना शुरू कर दिया। नारों के बावजूद, ओवैसी शांत रहे और उर्दू में अपनी शपथ ली। शपथ लेने के बाद ओवैसी ने बीजेपी सांसदों के नारे का जवाब देते हुए अपने वक्तव्य का समापन "जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन" के साथ किया। ओवैसी के फिलिस्तीन का जिक्र नारा में किए जाने से सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया।
2019 में भी ओवैसी ने जय श्रीराम का जवाब अल्लाहु अकबर और जयहिंद से दिया था
2019 में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद सांसद के रूप में शपथ लेने के दौरान बीजेपी सांसदों ने जमकर जयश्रीराम का नारा लगाया था। इसके जवाब में ओवैसी ने शपथ लेने के बाद "जय भीम, अल्लाहु अकबर और जय हिंद" कहकर अपना शपथ समाप्त किया था।
बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता को भारी मतों से हराया
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सांसद चुने गए ओवैसी ने अपनी पांचवीं बार संसद सदस्य के रूप में जीत दर्ज की है। इस बार उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता को भारी मतों से हराया है।
सोशल मीडिया पर ओवैसी की जमकर आलोचना की जा रही है। उनके जय हिंद न बोलकर जय फिलिस्तीन कथित तौर पर बोले जाने पर तमाम आरोप लगाए जा रहे हैं।
एक्स पर एक यूजर ने लिखा, "ओवैसी को भारत के संसद सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण के दौरान "जय फिलिस्तीन" का नारा लगाना याद है लेकिन सुविधाजनक रूप से जय हिंद का नारा लगाना भूल जाते हैं।"
एक अन्य ने कहा, "उनकी निष्ठा और प्राथमिकताएं स्पष्ट हैं। राष्ट्र का कोई महत्व नहीं है.... न तो पहला और न ही अंतिम।"
एक ने लिखा: "जय फिलिस्तीन? मानो फिलिस्तीन स्थानीय तेलंगाना निवासियों को रोजगार, भोजन और बेहतर सड़कें और अवसर प्रदान कर रहा है।"
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