जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा रोक दी थी। साथ ही एडवाइजरी जारी कर पर्यटकों और श्रद्धालुओं को कश्मीर छोड़ने के लिए कहा था। सरकार ने अमरनाथ यात्रियों को एयरलिफ्ट करने के लिए भारतीय वायुसेना से मदद मांगी है।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर सरकार ने अमरनाथ यात्रियों को एयरलिफ्ट करने के लिए भारतीय वायुसेना से मदद मांगी है। सरकार ने एयरफोर्स से घाटी में मौजूद यात्रियों जम्मू, पठानकोट या दिल्ली तक छोड़ने के लिए कहा है, जिससे श्रद्धालु अपने घर जा सकें।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया, सरकार ने एयरफोर्स से सी-17 एस विमान से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को घाटी से बाहर निकालने के लिए कहा है। शनिवार शाम तक सी-17 एस विमान पर्यटकों को लेकर उड़ान भर सकता है।
सी-17 विमान में 230 यात्री बैठ सकते हैं
मौजूदा स्थिति को देखते हुए सी-17 विमान जवानों को देश के बाकी हिस्सों से कश्मीर लाने के लिए लगा हुआ है। इस विमान में एक बार में 230 यात्री बैठ सकते हैं। यह अन्य विमानों की तुलना में काफी तेज उड़ान भरता है।
कश्मीर में हमले की साजिश रच रहे आतंकी संगठन
सरकार ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा रोक दी थी। साथ ही एडवाइजरी जारी कर पर्यटकों और श्रद्धालुओं को कश्मीर छोड़ने के लिए कहा था। सरकार ने यह कदम यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका के बाद उठाया था। सरकार के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद समेत अन्य पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन श्रद्धालुओं पर हमले की साजिश रच रहे थे। इसे लेकर सरकार को लगातार खुफिया जानकारी मिल रही थी। इसी के चलते यहां सरकार ने सुरक्षाबलों की संख्या भी काफी बढ़ा दी है।
पीओके में दिखा मसूद अजहर का भाई
खुफिया जानकारी के मुताबिक, जैश सरगना मसूद अजहर के भाई इब्राहिम अजहर को भी पीओके में देखा गया। वह घाटी में 15 आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, इन आतंकियों की मदद के लिए पाकिस्तानी एसएसजी कमांडो तैनात किए गए थे। आतंकियों का यह समूह भारतीय जवानों पर बैट हमले के फिराक में था।