अधिकारी ने बताया, “पूछताछ के दौरान किसान ने कहा कि वह पिछले पांच दिनों से दक्षिण मुंबई स्थित मुख्यमंत्री के अधिकारिक आवास “वर्षा” और ‘मंत्रालय’(सचिवालय) भी जा रहा था
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बांद्रा स्थित आवास के सामने रविवार को एक किसान और उसकी नाबालिग बेटी को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बताया कि पिता और पुत्री बैंक संबंधी किसी समस्या के सिलसिले में ठाकरे से मिलने आए थे। शिवसेना के प्रवक्ता ने बताया कि बाद में दोनों को छोड़ दिया गया और पार्टी ने अधिकारियों से उनके मुख्यमंत्री आवास आने की वजह का पता लगाने के लिए कहा है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी रायगढ़ जिले के पनवेल निवासी किसान महेंद्र देशमुख अपनी 12 साल की बेटी के साथ बैंक संबंधी किसी मुद्दे के सिलसिले में मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे के आवास 'मातोश्री' पर उनसे मिलने के लिए आए थे। । वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निखिल कापसे ने कहा, "जब सुरक्षा गार्डों ने देशमुख को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी तो उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री से मिलने तक बाहर बैठेंगे। इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर उनकी बेटी के साथ खेरवाड़ी पुलिस थाने ले जाया गया। उन्हें पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया।”
मुख्यमंत्री के बांद्रा आवास पर उनसे मिलने जा रहें थे-
उन्होंने कहा, “किसान का सरकारी बैंक में खाता है और उसको लेकर उन्हें कुछ समस्याएँ थीं जिसके बारे में वह मुख्यमंत्री के साथ बात करना चाहते थे।” अधिकारी ने बताया, “पूछताछ के दौरान किसान ने कहा कि वह पिछले पांच दिनों से दक्षिण मुंबई स्थित मुख्यमंत्री के अधिकारिक आवास “वर्षा” और ‘मंत्रालय’(सचिवालय) भी जा रहा था लेकिन ठाकरे से नहीं मिल पाया। अंतत: उसने मुख्यमंत्री के बांद्रा आवास पर उनसे मिलने का निर्णय लिया।"
इस बीच, शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि किसान को कुछ समय तक हिरासत में रखने के बाद रिहा कर दिया गया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)