आयकर विभाग को लंबे समय से इन कंपनियों के खिलाफ टैक्स चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद से ये कंपनियां रडार पर थीं। सूत्रों ने बताया कि इस छापेमारी में कुछ अन्य कंपनियां भी शामिल हैं। इनके मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)इस छापेमारी की जद में हैं। आयकर अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं।
नई दिल्ली। आयकर विभाग ने टैक्स चोरी के मामले में चीनी मोबाइल कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई शुरू की है। मंगलवार से कई कंपनियों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई। छापे की जद में ओप्पो, श्याओमी, वन प्लस जैसी कंपनियां शामिल हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक इन कंपनियों के दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई है। मंगलवार से शुरू हुई कार्रवाई बुधवार को भी जारी रही। यह छापेमारी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, ग्रेटर नोएडा, कोलकाता, गुवाहाटी, इंदौर और कुछ अन्य जगहों पर हो रही हैं।
खुफिया इनपुट के बाद से रडार पर थीं कंपनियां
सूत्रों ने बताया कि इस छापेमारी में कुछ अन्य कंपनियां भी शामिल हैं। इनके मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) इस छापेमारी की जद में हैं। आयकर अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं। इन चीनी मोबाइल कंपनियों द्वारा टैक्स चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। खुफिया इनपुट के बाद से ये कंपनियां आयकर विभाग की रडार पर थीं। पुख्ता जानकारी मिलने के बाद आयकर विभाग ने इन पर छापेमारी की कार्रवाई की। अभी सभी ठिकानों पर कार्रवाई जारी है, इसलिए आयकर अधिकारियों की तरफ से कोई ब्योरा नहीं दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे कई डिजिटल डेटा मिले हैं, जिनमें टैक्स चोरी का सबूत है। इन्हें जब्त कर लिया गया है।
अगस्त में चीनी कंपनी पर सर्च, मुनाफे से ज्यादा दिखा रही थी खर्च
इससे पहले अगस्त में, चीनी सरकार द्वारा नियंत्रित दूरसंचार विक्रेता, ZTE कंपनी में सर्च की गई है। कंपनी के कॉर्पोरेट ऑफिस, विदेशी निदेशक के आवास, कंपनी सचिव के आवास, खाता व्यक्ति और कंपनी के कैश हैंडलर सहित जेडटीई के कुल पांच परिसरों में तलाशी ली गई। ZTE पर सर्च के दौरान सेल और पर्चेज बिलों से पता चला कि कंपनी को लगभग 30 फीसदी का फायदा हुआ था, जबकि कंपनी पिछले कुछ वर्षों में भारी घाटे की घोषणा कर रही थी। जांच में सामने आया था कि कंपनी अपनी सर्विस से होने वाली आय से ज्यादा फर्जी खर्चे दिखा रही थी और घाटा शो कर रही थी। विभाग ने ऐसे कई लोगों की पहचान की, जिन्होंने इस कंपनी से फर्जी बिलों के जरिये काफी मुनाफा कमाया।
कंपनियों ने कहा - जांच में सहयोग करेंगे
मोबाइल फोन निर्माता ओप्पो ने कहा कि वह आयकर टीम की मदद करेगी। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि भारत में निवेश भागीदार के रूप में हम देश के कानून का अत्यधिक सम्मान और उसका पालन करते हैं। हम प्रक्रिया के अनुसार संबंधित अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग करना जारी रखेंगे। शाओमी के प्रवक्ता ने कहा - ‘एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में हम भारत के सभी कानूनों का पालन सुनिश्चित करने को सर्वोपरि महत्व देते हैं। इस बीच, आयकर विभाग के अधिकारियों ने उन खास वजहों के बारे में विवरण साझा करने से इनकार कर दिया जिनके लिए तलाश की गई।
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