ईआईआर 21 लोकोमोटिव को 1855 में इंग्लैंड से भारत भेज दिया गया था। 1909 में सेवा से हटने के बाद, इसे बिहार में जमालपुर कार्यशालाओं में 101 से अधिक वर्षों तक एक प्रदर्शनी के रूप में रखा गया था।
चेन्नई. आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर इंडियन रेलवे दुनिया के सबसे पुराने भाप इंजन की ‘हेरिटेज रन’ (Heritage Run) आयोजित करेगा। ईआईआर-21 नामक दुनिया के सबसे पुराने काम करने वाले भाप इंजन की रन आयोजित होगी। ये 167 साल पुराने लोकोमोटिव इंजन हैं। रेलवे द्वारा बताया गया कि EIR-21 द्वारा एक विरासत विशेष सेवा चेन्नई एग्मोर और कोडंबक्कम रेलवे स्टेशनों के बीच 15 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे चलाई जाएगी। ईआईआर 21 लोकोमोटिव को 1855 में इंग्लैंड से भारत भेज दिया गया था। 1909 में सेवा से हटने के बाद, इसे बिहार में जमालपुर कार्यशालाओं में 101 से अधिक वर्षों तक एक प्रदर्शनी के रूप में रखा गया था।
रेलवे ने बताया कि यह इंजन अब भी काम कर रहा है। 15 अगस्त के मौके पर एक विशेष सेवा चेन्नई एग्मोर और कोडंबक्कम रेलवे स्टेशन के बीच 15 अगस्त को चलाई जाएगी। 1909 में सेवा से हटने के बाद। इसे प्रदर्शनी के लिए रखा गया था। करीब 101 साल की प्रदर्शनी के बाद पेरम्बूर लोको वर्क्स ने साल 2010 में इंजन को फिर से चालू किया। अब यह चालू हालत में है।
45 किमी हैं प्रति घंटे की रफ्तार
इस इंजन की रफ्तार 45 किमी प्रति घंटे है। इसमें मैकेनिकल हैंड ब्रेक के साथ-साथ ट्विन एयर ब्रेक फैसिलिटीज हैं। इस इंजन में ब्रेकिंग सिस्टम, वाटर पंप और ट्रेन लाइटिंग्स की भी व्यवस्था है। इसके कोच पर डीजल जेनेरेटर लगाया गया है। बता दें कि इस तरह से पहली हेरिटेज रन का आयोजन 15 अगस्त 2010 को चेन्नई रेलवे स्टेशन से अवाडी के बीच किया गया था। तब इसमें केवल दो कोच लगाए गए थे। चेन्नई एगमोर और कोडंबक्कम रेलवे स्टेशन के बीच यह आठवां हेरिटेज रन है।
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