
15 August 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली तो 15 अगस्त 1947 को पहली बार जवाहर लाल नेहरू ने यहां तिरंगा झंडा फहराया था। इसके बाद से यहां हर साल 15 अगस्त को झंडा फहराया जा रहा है। इस किला के दो गेट हैं। पीएम मोदी दिल्ली गेट पर झंडा फहराएंगे। यह पाकिस्तान के लाहौर की ओर खुलता है। आइए जानते हैं लाल किला की 10 खास बातें…
1- असल में लाल किला का रंग लाल नहीं सफेद था। इसे चूना पत्थर और सफेद पत्थर से बनाया गया था। सफेद रंग उतरने लगा तो ब्रिटिश काल में इसे लाल रंग से रंगा गया।
2- लाल किला का असली नाम किला-ए-मुबारक था। इसका अर्थ है "धन्य किला"।
3- किले का डिजाइन उस्ताद अहमद लाहौरी ने तैयार किया था। इन्होंने ताजमहल का डिजाइन भी तैयार किया था।
4- लाल किला का निर्माण 13 मई 1638 को शुरू हुआ था। शाहजहां की देखरेख में 6 अप्रैल 1648 को बनकर तैयार हुआ।
5- 1739 में नादिर शाह के आक्रमण के दौरान किले को लूटा गया। मयूर सिंहासन जैसा खजाना लूट लिया गया। लाल किले को इसके सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण 2007 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
6- कोहिनूर हीरा कभी लाल किले के दीवान-ए-खास में रखा जाता था। यह किला मुगल शासकों का मुख्य निवास स्थान था।
7- लाल किला अष्टकोणीय आकार में बना है। यह करीब 256 एकड़ में फैला है। किले की दीवारें लाल बलुआ पत्थर से बनी हैं। ऊंचाई 75 फीट है।
8- लाल किला के अंदर रंग महल है। इसमें राजा की पत्नियां और उनकी नौकरानी रहतीं थीं। राजा के अलावा दूसरे पुरुषों को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी।
9- औरंगजेब ने किले के भीतर राजा के निजी कक्ष में मोती मस्जिद (पर्ल मस्जिद) बनवाया था।
10- किले के दो मुख्य द्वार हैं। दिल्ली गेट और लाहौर गेट। दिल्ली गेट लाहौर (अब पाकिस्तान में) की ओर खुलता है। इसी गेट पर भारत के प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराते हैं।