आतंकी जाविद मट्टू के भाई रईस मट्टू ने अपने घर पर तिरंगा झंडा लहराया है। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि मुख्य धारा में लौट आएं। विकास हो रहा है। यहां सभी को न्याय मिल रहा है।
श्रीनगर। 15 अगस्त को मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) से पहले पूरे देश में 'हर घर तिरंगा' अभियान की धूम दिख रही है। जम्मू-कश्मीर भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है। जिस घाटी में कभी आतंक के खौफ से स्वतंत्रता दिवस के आसपास सन्नाटा पसरा होता था आज घर-घर तिरंगा लहराया जा रहा है। जिन परिवार के युवाओं ने आतंक का रास्ता अपनाया वे भी अपने घरों पर तिरंगा फहरा रहे हैं।
ऐसे ही एक कश्मीरी हैं रईस मट्टू। सोपोर में रहने वाले रईस ने अपने घर पर तिरंगा लहराया तो उनका वीडियो वायरल हो गया। रईस के भाई जाविद मट्टू ने 2009 में आतंक का रास्ता अपना लिया था। वह हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ है और सक्रिय आतंकवादी है। ऐसी खबर है कि वह पाकिस्तान में है।
रईस मट्टू ने युवाओं को दिया मुख्य धारा में लौटने का संदेश
रईस मट्टू ने अपने घर पर तिरंगा झंडा लहराने के बारे में मीडिया से बात की है। उन्होंने कहा, "मैंने अपने दिल से, अपनी मर्जी से लहराया, किसी का कोई दवाब नहीं है। हकीकत यही है। यही मेरी सोच है। मैं यूथ को पैगाम (संदेश) दे रहा हूं कि कौमी धारा में आओ। यही हमारे लिए ठीक है। सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम बुलबुले हैं इसके ये गुलिस्तां हमारा।"
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कश्मीर में हो रहा विकास, पाकिस्तान से कुछ नहीं होगा
रईस ने आगे कहा, “राज्य में विकास हो रहा है। आज मैं पहली बार 14 अगस्त को अपनी दुकान पर बैठा हूं। पहले यह दो-तीन दिन के लिए बंद होता था। इसके पीछे पॉलिटिक्स थी। वे पॉलिटिक्स कर रहे थे। हम गरीब लोग इसमें पिस रहे हैं। मैं यूथ को यही पैगाम दे रहा हूं कि कौमी धारा में आओ, हिंन्दुस्तान के झंडे तले। विकास हो रहा है। आज इंसाफ हो रहा है। किसी बेगुनाह को नहीं पकड़ रहे हैं। जिसने गलत किया है उसी को पकड़ते हैं। मेरा भाई 2009 में आतंकी बन गया। उसका कुछ पता नहीं है। वह जिंदा है या मर गया है। उसके लिए मैसेज है कि अगर जिंदा है तो वापस आए। आज पहले जैसी स्थिति नहीं है। पाकिस्तान से कुछ नहीं होगा। स्थिति साफ हो गई है। वो बेकार मुल्क है पाकिस्तान, हमें क्या देगा। हम हिंन्दुस्तानी थे, हैं और रहेंगे।”
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