
Operation Sindoor Awards: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के नौ वीर अफसरों को पाकिस्तान (Pakistan) में आतंकी मुख्यालयों और सैन्य ठिकानों पर सटीक प्रहार करने के लिए देश के तीसरे सर्वोच्च युद्धकालीन वीरता सम्मान वीर चक्र (Vir Chakra) से नवाज़ा गया है। ये सम्मान उन्हें ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान मुरिदके (Muridke) और बहावलपुर (Bahawalpur) में आतंकी संगठनों के ठिकानों सहित पाकिस्तानी सैन्य लक्ष्यों पर निर्णायक हमले में अहम भूमिका निभाने के लिए मिला। इन हमलों के अलावा, वायुसेना ने कम से कम छह पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया जिसने ऑपरेशन की सफलता को और मजबूत किया।
सम्मानित अफसरों में ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू, ग्रुप कैप्टन मनीष अरोड़ा (शौर्य चक्र), ग्रुप कैप्टन अनिमेष पटनी, ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा, विंग कमांडर जॉय चंद्रा, स्क्वाड्रन लीडर सार्थक कुमार, स्क्वाड्रन लीडर सिद्धांत सिंह, स्क्वाड्रन लीडर रिज़वान मलिक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट आर्षवीर सिंह ठाकुर शामिल हैं। इन सभी ने असाधारण साहस, सटीकता और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया।
ऑपरेशन सिंदूर में नेतृत्व और रणनीतिक योजना के लिए वायुसेना उप प्रमुख एयर मार्शल नरनेश्वर तिवारी, वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल जितेंद्र मिश्रा और डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश भारती सहित चार वरिष्ठ अफसरों को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक (Sarvottam Yudh Seva Medal) से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा, 13 अन्य वायुसेना अफसरों को युद्ध सेवा पदक (Yudh Seva Medal) से नवाज़ा गया, जिनमें एयर वाइस मार्शल जोसेफ सुआरेस, एवीएम प्रज्वल सिंह और एयर कमोडोर अशोक राज ठाकुर शामिल हैं। इन्हें दुश्मन के ठिकानों पर हमले और भारतीय वायुसीमा की रक्षा में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
भारतीय वायु सेना के 26 अधिकारियों और वायुसैनिकों को वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया गया जिनमें वे लड़ाकू पायलट शामिल हैं जिन्होंने पाकिस्तान के अंदर लक्ष्यों को भेदने के मिशन में भाग लिया था। सम्मानित होने वालों में वे अधिकारी और सैनिक भी शामिल हैं जिन्होंने एस-400 और अन्य वायु रक्षा प्रणालियों का संचालन किया था जिन्होंने भारतीय धरती पर पाकिस्तान द्वारा योजनाबद्ध सभी हमलों को विफल कर दिया था।