इंडिया गठबंधन में दरार? कांग्रेस की 'अनदेखी' पर सहयोगियों का फूटा गुस्सा

Published : Oct 10, 2024, 10:03 AM IST
इंडिया गठबंधन में दरार? कांग्रेस की 'अनदेखी' पर सहयोगियों का फूटा गुस्सा

सार

हरियाणा उपचुनाव में कांग्रेस की हार के बाद इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। सहयोगी दलों ने कांग्रेस पर गठबंधन धर्म का पालन न करने का आरोप लगाया है।

नई दिल्ली:  कांग्रेस पार्टी द्वारा सहयोगी दलों की अनदेखी कर हरियाणा में हार का सामना करने के बाद, इंडिया गठबंधन के कई दल मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व वाली पार्टी पर बरस पड़े हैं। जीत को हार में बदलने की कला कांग्रेस से सीखी जा सकती है, ऐसा व्यंग्य करते हुए सहयोगी दलों ने कहा कि 'कांग्रेस को इस हार से सबक लेते हुए गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए।' 

दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सहयोगी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने आगामी 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए एकतरफा 6 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। इस तरह कांग्रेस द्वारा 5 सीटों की मांग को सिरे से खारिज कर दिया गया है। 

 

शिवसेना का प्रहार: 

शिवसेना (उद्धव गुट) के मुखपत्र 'सामना' में लिखे गए संपादकीय में कहा गया है कि 'राज्य नेतृत्व के अति आत्मविश्वास और अहंकार' के कारण हरियाणा में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। उसे इस हार से सबक लेना चाहिए। जीत को हार में बदलने की कला कांग्रेस से सीखी जा सकती है'। इस तरह शिवसेना ने अपने सहयोगी दल कांग्रेस को चेतावनी दी है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि 'कांग्रेस पार्टी को अपनी रणनीति पर विचार करना चाहिए। क्योंकि भाजपा के साथ सभी विपक्षी दलों का सीधा मुकाबला है। विपक्षी दलों के साथ गठबंधन नहीं करने पर कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन कमजोर होंगे'। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि 'जहां कांग्रेस कमजोर होती है वहां वह क्षेत्रीय दलों की मदद मांगती है। जहां मजबूत होती है वहां अनदेखा कर देती है'। हालांकि, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने पलटवार करते हुए कहा कि 'राउत का ऐसा बयान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।' 

 

TMC का वार: 

तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत रॉय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'अहंकार दिखाना और क्षेत्रीय दलों को नीचा दिखाना कांग्रेस पार्टी का घातक फॉर्मूला है।'

राजद की नसीहत 

'कांग्रेस को आत्ममंथन करना चाहिए, समायोजन की राजनीति पर ध्यान देना चाहिए। गठबंधन के सिद्धांतों का सम्मान करना चाहिए। बड़े दलों को क्षेत्रीय दलों का सम्मान करना चाहिए', ऐसा राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो| सुबोध मेहता ने कहा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'कांग्रेस को हार का आत्ममंथन करना चाहिए।'

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