इस साल मई से पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है। हालांकि, दोनों देशों ने इस विवाद को बातचीत के जरिए हल करने पर हामी भरी है। इसके साथ ही इस मुद्दे पर हल निकलने तक दोनों पक्ष फ्रंटलाइन एरिया में अधिकतम संयम बनाए रखेंगे।
नई दिल्ली. इस साल मई से पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है। हालांकि, दोनों देशों ने इस विवाद को बातचीत के जरिए हल करने पर हामी भरी है। इसके साथ ही इस मुद्दे पर हल निकलने तक दोनों पक्ष फ्रंटलाइन एरिया में अधिकतम संयम बनाए रखेंगे।
भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच 6 नवंबर को 8वीं कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी। चुशूल में हुई इस बातचीत में चीन ने दक्षिण हिस्से की चोटियों पर जमे भारतीय सैनिकों को हटाने की मांग की। वहीं, भारत ने एक बार फिर पूरे इलाके में डि-एस्कलेशन करने की मांग की।
भारत सरकार ने जारी किया बयान
बैठक के बाद भारत सरकार ने रविवार को बयान जारी कर बताया, दोनों देशों ने विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने की बात कही है। दोनों देशों ने तय किया है कि वे अपने शीर्ष नेताओं द्वारा तय की गई गाइलाइंस को लागू करेंगे। साथ ही सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच किसी भी संभावित गलतफहमी को दूर करने का भी इंतजाम किया जाएगा।
बातचीत का रास्ता भी खुला रखेंगे दोनों पक्ष
इस बातचीत में भारत और चीन के बीच सहमति बनी है कि दोनों देश सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर आपसी बातचीत का दरवाजा खुला रखेंगे। साथ ही मुद्दों को सुलझाने के लिए आपसी बातचीत भी जारी रखएंगे। दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत का अगला दौर जल्द ही शुरू करने पर भी सहमति बनी है।