
नई दिल्ली. निर्मला सीतारमण आज 11 बजे बजट पेश करेंगी। यह दोबारा सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार का पहला बजट है। आर्थिक सुस्ती और बेरोजगारी को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। ऐसे में देशभर की उम्मीदें इस बजट से जुड़ी हैं। पिछले साल भारत ने 27 लाख 86 हजार 349 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था। इसमें से 4 लाख 31 हजार 011 करोड़ रुपए रक्षा बजट था। इस राशि में से 3 लाख 5 हजार 296 करोड़ रुपए तीनों सेनाओं के लिए था। हमारा रक्षा बजट पड़ोसी पाकिस्तान से 6 गुना ज्यादा था।
पाकिस्तान का 2019-20 बजट में रक्षा के लिए 53 हजार 164 करोड़ (भारतीय करंसी) और बांग्लादेश ने 27 हजार 340 करोड़ रुपए (भारतीय करंसी) दिए थे।
अमेरिका से हम काफी पीछे
भले ही हमारा रक्षा बजट पाकिस्तान और बांग्लादेश से काफी ज्यादा हो लेकिन हम अमेरिका और चीन जैसे शक्तिशाली देशों से काफी पीछे हैं। अमेरिका ने डिफेंस के लिए 718 अरब डॉलर यानी 51 लाख 21 हजार करोड़ रुपए का बजट रखा था। यह भारत के कुल बजट का दोगुना है। वहीं, केवल रक्षा बजट की बात करें तो अमेरिका भारत से 17 गुना ज्यादा खर्च करता है।
चीन 4 गुना ज्यादा खर्च कर रहा
अमेरिका ही नहीं हम चीन से भी डिफेंस के मामले में काफी पीछे हैं। हालांकि, भारत की राशि में बढ़ोतरी हो रही है। चीन ने 2019 में अपने रक्षा बजट पर 177.6 अरब डॉलर (12 लाख 61 हजार करोड़ रुपए) खर्च किए थे। यह भारत से चार गुना ज्यादा है।
| देश | बजट या खर्च (रुपए में) |
| भारत | 3.05 लाख करोड़ |
| अमेरिका | 51.21 लाख करोड़ |
| चीन | 12.61 लाख करोड़ |
| पाकिस्तान | 53 हजार 164 करोड़ |
| बांग्लादेश | 27 हजार 40 करोड़ |