बदहाल श्रीलंका को 50 दिन में 2 लाख टन डीजल दिया, जेट फ्यूल और राशन की खेप भी पहुंचा रहा भारत

Published : Apr 03, 2022, 01:28 PM IST
बदहाल श्रीलंका को 50 दिन में 2 लाख टन डीजल दिया, जेट फ्यूल और राशन की खेप भी पहुंचा रहा भारत

सार

श्रीलंका में आर्थिक हालातों के बीच भारत एक बार फिर उसकी मदद के लिए आगे आया है। देश पिछले 50 दिनों में 2 लाख मीट्रिक टन डीजल के अलावा राशन की खेप पहुंचा रहा है। अभी यह मदद मई तक जारी रहेगी। 

नई दिल्ली। भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Economic crisis in sri lanka) की मदद के लिए भारत (India) एक बार फिर आगे आया है। भारत जनवरी से अब तक श्रीलंका को तकरीबन 25 लाख अमेरिकी डॉलर की मदद कर चुका है। इसके अलावा 1.5 लाख टन से अधिक जेट इंजन फ्यूल और पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति कर चुका है। भारत को मई तक पांच और ईंधन की 5 और खेप की आपूर्ति करनी है। 

दरअसल, पड़ोसी देश श्रीलंका के पास विदेशी भंडार खत्म हो गया है। देश में इमरजेंसी लगी है। इसके बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी हैं। राजपक्षे सरकार पेट्रोल-डीजल के आयात के लिए भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रही है। आलम ये है कि देश में 13 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। विरोध प्रदर्शनों के कारण रविवार को देश भर में 36 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया है। अब तक लगभग 600 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

जल्द पहुंचने वाली है चावल की खेप
श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने बताया कि भारत से चावल की पहली खेप इस क्रेडिट सुविधा के तहत जल्द ही श्रीलंका पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक ने भी श्रीलंका को करंसी संबंधी मदद पहुंचाई है। श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त ने कहा- शनिवार को भारत ने श्रीलंका को 40 हजार मीट्रिक टन डीजल की सप्लाई की, ताकि वहां बिजली की किल्लत से छुटकारा पाया जा सके। भारत ने पिछले 50 दिनों में इस द्वीपीय राष्ट्र को तकरीबन 2 लाख मीट्रिक टन ईंधन की आपूर्ति की है।  

यह भी पढ़ें 22 करोड़ श्रीलंकाइयों का 'खून खौला' रहीं सोशल मीडिया पर वायरल ये तस्वीरें, सत्यानाश हुआ अच्छा-भला देश

इमरजेंसी के बाद भी हो रहे प्रदर्शन 
श्रीलंका में आर्थिक स्थिति लड़खड़ाने के बाद से लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। राष्ट्रपति राजपक्षे को हटाने की मांग हो रही है। इस बीच सरकार ने एक अप्रैल 2022 को कर्फ्यू लगा दिया। आज से 36 घंटे की इमरजेंसी घोषित की गई है। बावजूद इसके, सड़कों पर प्रदर्शनकारी निकल रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस सरकार को रहने का कोई हक नहीं है। देश में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस जैसी रोजमर्रा की जरूरतों का सामान नहीं बचा है। गैस सिलेंडर के लिए लंबी लाइनें लग रही हैं। प्रदर्शन और हिंसक होती स्थितियों को देखते हुए सरकार ने आज से ट्विटर, फेसबुक, वॉटसऐप, इंस्टाग्राम जैसे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ब्लॉक कर दिया है। 

यह भी पढ़ें महंगाई से पस्त श्रीलंका में वॉट्सऐप, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म ब्लॉक, इमरजेंसी बाद भी प्रदर्शन जारी

PREV

Recommended Stories

इंडिगो क्राइसिस के बीच बड़ी राहत: सरकार ने तय किए फ्लाइट टिकट रेट्स, जानें नई कीमतें
'बाबरी मस्जिद बनकर रहेगी, कोई एक ईंट नहीं हिला सकता', हुमायूं कबीर ने किया 300 cr. का ऐलान