भारत ने कोरोना वैक्सीन के 200 करोड़ से अधिक डोज लगाकर कोरोना महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक मील का पत्थर रखा है। 18 महीनों के अंदर देश के लोगों को 200 करोड़ से अधिक डोज लगाए गए।
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत ने अहम कामयाबी पाई है। भारत ने कोरोना वैक्सीन के 200 करोड़ से अधिक डोज लगाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए सभी भारतीयों को बधाई दी है। पीएम ने कहा कि मुझे उन लोगों पर गर्व है, जिन्होंने भारत के टीकाकरण अभियान को अद्वितीय बनाने में योगदान दिया। इसने COVID-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत किया है।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, "यह देश के लिए गर्व की बात है। हमने केवल 18 महीनों में इतना कठिन लक्ष्य हासिल किया है। जहां दुनिया के कई देश अभी भी COVID महामारी से जूझ रहे हैं, भारत ने 200 करोड़ खुराक देकर न केवल एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है, बल्कि हमने एक नया रास्ता भी दिखाया है। मैं इस उपलब्धि पर स्वास्थ्य कर्मियों और नागरिकों को बधाई देता हूं।"
बूस्टर डोज लगाने के लिए चल रहा अभियान
बता दें कि भारत में इन दिनों कोरोना के टीके का बूस्टर डोज लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। 15 जुलाई से शुरू हुआ यह अभियान 75 दिन तक चलेगा। बूस्टर डोज सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त लगाया जा रहा है। पहले बूस्टर डोज के लिए पैसे देने पड़ते थे, जिसके चलते लोग इसे बहुत कम लगवा रहे थे।
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15 जुलाई तक 18 साल से 59 साल के एक फीसदी से भी कम लोगों ने बूस्टर डोज लगवाया था। इसके चलते केंद्र सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को बूस्टर डोज मुफ्त लगाने का फैसला किया। यह अभियान आजादी के 75 साल पूरा होने के अवसर पर यानी 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत चलाया जा रहा है।
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