
India Pakistan War 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब चरम पर पहुंच गया है। 7 और 8 मई को पाकिस्तान की ओर से भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों पर किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों के जवाब में भारत ने सटीक और आक्रामक कार्रवाई की। भारतीय वायुसेना ने न केवल पाकिस्तान की ओर से हुए खतरों को नाकाम किया, बल्कि लाहौर, सियालकोट और इस्लामाबाद जैसे प्रमुख पाकिस्तानी शहरों में स्थित रणनीतिक ठिकानों को भी निशाना बनाया। भारत की इस कार्रवाई में एक F-16 लड़ाकू विमान सहित पांच पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया गया। आइए जानते हैं इस गंभीर स्थिति के 10 बड़े घटनाक्रम:
भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कई ठिकानों को अरब सागर में टारगेट कर जवाबी हमला किया। यह कार्रवाई भारत की समन्वित सैन्य रणनीति का हिस्सा है।
पाकिस्तान ने सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल के जरिए इन इलाकों में हमले किए, जिन्हें भारतीय रक्षा प्रणाली ने तुरंत निष्क्रिय कर दिया। किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
भारत ने सरगोधा एयरबेस से उड़ान भर रहे एक पाकिस्तानी F-16 को मार गिराया। यह भारत की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की सफलता का बड़ा उदाहरण है।
एहतियात के तौर पर जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति रोकी गई। सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पाकिस्तान की ओर से पंजाब के पठानकोट पर जबरदस्त गोलाबारी की गई, जो जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ का मुख्य गेटवे है। भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।
सुरक्षा खतरे के चलते धर्मशाला में पंजाब किंग्स vs दिल्ली कैपिटल्स का मैच रद्द कर दिया गया। दर्शकों को बाहर निकालकर स्टेडियम सील किया गया।
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने एयरपोर्ट्स पर अलर्ट जारी कर दिया है। एयर मार्शलों की संख्या बढ़ा दी गई है और यात्रियों की दोहरी जांच की जा रही है।
भारत सरकार ने साफ किया है कि उसकी कार्रवाई उकसावे में नहीं, बल्कि आतंक के ठिकानों को खत्म करने की दिशा में है। POK और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया गया है।
पाकिस्तान की ओर से श्रीनगर, अमृतसर, चंडीगढ़ जैसे शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय मिसाइल रक्षा प्रणाली ने समय रहते सभी हमलों को विफल कर दिया।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया, लेकिन अमेरिका ने इस युद्ध में शामिल होने से इनकार कर दिया।
भारत ने पाकिस्तान की ओर से हो रहे हमलों को अब संयम से नहीं बल्कि सटीक जवाब से निपटाने की रणनीति अपना ली है। जहां एक ओर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर सहानुभूति की तलाश कर रहा है, वहीं भारत दुनिया को बता रहा है कि वह शांति चाहता है लेकिन कमजोरी नहीं।