राम मंदिर भूमिपूजन को लेकर पूरे देश में खुशी की लहर है, तो वहीं भारत के हर मुद्दे पर अपनी टांग अड़ाने वाले पाकिस्तान को ये बात कैसे हजम हो सकती थी। राम मंदिर को लेकर बौखलाए पाकिस्तान को भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
नई दिल्ली. राम मंदिर भूमिपूजन को लेकर पूरे देश में खुशी की लहर है, तो वहीं भारत के हर मुद्दे पर अपनी टांग अड़ाने वाले पाकिस्तान को ये बात कैसे हजम हो सकती थी। राम मंदिर को लेकर बौखलाए पाकिस्तान को भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत ने कहा, एक आतंकवादी मुल्क से यही उम्मीद की जा सकती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, राम मंदिर को लेकर आतंकवाद में संलिप्त एक देश का यह रुख आश्चर्यजनक नहीं है।
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन कर रहे थे, तो वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान ने इसकी निंदा करते हुए भारत के सुप्रीम कोर्ट का दोषपूर्ण फैसला बताया था।
सांप्रदायिक उकसावे से बचे पाकिस्तान
इसी दखलअंदाजी को लेकर भारत ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा , "हमने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के प्रेस स्टेटमेंट को देखा है, जिसमें वह भारत के आंतरिक मामले पर अपनी टिप्पणी कर रहा था। उन्होनें कहा कि, पाकिस्तान को भारत के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए और सांप्रदायिक उकसावे से बचना चाहिए।"
भारत ने कहा, जो देश खुद अल्पसंख्यकों को उसके अधिकार से वंचित रखता है, उसे ऐसे कमेंट नहीं करने चाहिए। इस तरह की टिप्पणियां बेहद अफसोसजनक हैं।
क्या कहा था पाकिस्तान ने?
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था, 'भारतीय सुप्रीम कोर्ट के दोषपूर्ण फैसले से मंदिर बनाए जाने का रास्ता साफ हुआ जो न केवल न्याय पर आस्था की प्रबलता को दर्शाता है बल्कि आज के भारत में बढ़ते बहुमतवाद को बताता है'। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने यह भी आरोप लगाया कि 'भारत में मस्जिदें खतरे में है। पाकिस्तान ने कहा कि 'मस्जिद की जगह पर मंदिर का निर्माण भारतीय लोकतंत्र के लिए धब्बा है।'
वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब अपनी नापाक कोशिशों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान ने भारत के आंतरिक मुद्दों पर इस तरह की बयानबाजी की हो, इससे पहले भी पाक जम्मू कश्मीर को लेकर इस तरह की ओछी हरकतें कर चुका है।