भारत में करीब एक दर्जन राजमार्गों पर लड़ाकू विमान उतर सकते हैं। इनमें से चार उत्तर प्रदेश में हैं।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (UP): यह भारत का पहला एक्सप्रेसवे है, जिसका इस्तेमाल वायुसेना ने इमरजेंसी लैंडिंग सुविधा के रूप में किया था। उन्नाव के पास 3.2 किलोमीटर लंबा हिस्सा लड़ाकू विमानों के संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (UP): सुल्तानपुर जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हवाई पट्टी बनी है। इसकी लंबाई 3.2 किलोमीटर है।
यमुना एक्सप्रेसवे (UP): ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर के पास हवाई पट्टी बनाई गई है। यहां लड़ाकू विमान उतर सकते हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 925A (राजस्थान): यह पहला राष्ट्रीय राजमार्ग था जिसे आधिकारिक तौर पर IAF के लिए आपातकालीन लैंडिंग सुविधा के रूप में विकसित किया गया था। बाड़मेर जिले में गंधव भाकासर के पास इस सड़क पर 3.5km लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 16 (ओडिशा): ओडिशा के बालासोर जिले में NH-16 पर हवाई पट्टी बनाई गई है।
गंगा एक्सप्रेसवे (UP): गंगा एक्सप्रेसवे पर बने हवाई पट्टी की लंबाई 3.5 km है। यहां इंडियन एयरफोर्स के सभी लड़ाकू विमान उतर सकते हैं।