सेना के लिए ₹697 करोड़ का सौदा! जानिए कैसे औऱ किस तरह मिलेगा फायदा?

Published : Feb 20, 2025, 04:41 PM IST
Ministry of Defence signs contracts with ACE Ltd and JCB India Ltd for procurement of 1868 Rough Terrain Fork Lift Truck for Armed Forces (Images: PIB)

सार

भारतीय सेना के लिए 1,868 रफ टेरेन फोर्कलिफ्ट ट्रकों की खरीद के लिए ₹697.35 करोड़ का अनुबंध हुआ है। यह सौदा ACE लिमिटेड और JCB इंडिया लिमिटेड के साथ हुआ है, जिससे सेना की क्षमता में वृद्धि होगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

नई दिल्ली(ANI): भारतीय सशस्त्र बलों के लिए 1,868 रफ टेरेन फोर्क लिफ्ट ट्रक (RTFLT) की खरीद हेतु रक्षा मंत्रालय ने ACE लिमिटेड और JCB इंडिया लिमिटेड के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के लिए इन रफ टेरेन फोर्क लिफ्ट ट्रकों की कुल लागत 697.35 करोड़ रुपये होगी। यह अनुबंध रक्षा सचिव आरके सिंह की उपस्थिति में हस्ताक्षरित किया गया। 
 

रफ टेरेन फोर्क लिफ्ट ट्रक (RTFLT) एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो भारी संख्या में सामानों के मैनुअल संचालन से बचकर विभिन्न युद्ध और रसद सहायता कार्यों में सहायता करेगा और इस प्रकार भारतीय सशस्त्र बलों की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएगा। रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इस परियोजना में घटक निर्माण के माध्यम से MSME क्षेत्र को प्रोत्साहित करके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन की अपार संभावनाएं हैं। 
 

यह खरीद भारत के रक्षा बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और स्वदेशी उद्योगों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो 'आत्मनिर्भर भारत' का एक गौरवशाली ध्वजवाहक होगा। मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "वर्तमान मामला एक खरीद (भारतीय) मामला होने के नाते राष्ट्रीय रक्षा उपकरण निर्माण क्षमताओं को बढ़ाएगा।" सरकार ने रक्षा उपकरणों के स्वदेशी डिजाइन, विकास और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत उपाय और सुधार पेश किए हैं, जिससे रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को आगे बढ़ाया जा सके।
 

कई रक्षा केंद्रों की स्थापना के साथ, रक्षा और एयरोस्पेस निर्माण में महत्वपूर्ण निवेश किया जा रहा है। इसके अलावा, कई वैश्विक कंपनियों ने पहले ही भारत के साथ महत्वपूर्ण रक्षा और एयरोस्पेस विशेषज्ञता साझा की है, या साझा करने की इच्छा दिखाई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात रिकॉर्ड 21,083 करोड़ रुपये (लगभग 2.63 बिलियन अमेरिकी डॉलर) तक पहुंच गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 15,920 करोड़ रुपये से 32.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
विशेष रूप से, 2013-14 की तुलना में पिछले एक दशक में रक्षा निर्यात में 31 गुना वृद्धि हुई है। पिछले वित्तीय वर्ष में भारत में रक्षा उत्पादन का कुल मूल्य भी 17 प्रतिशत बढ़कर 126,887 करोड़ रुपये हो गया। (ANI)
 

PREV

Recommended Stories

क्या बढ़ जाएगी SIR की डेडलाइन? यूपी और बंगाल समेत 11 राज्यों पर EC का बड़ा फैसला आज
IndiGo Crisis: 9वें दिन चेयरमैन ने तोड़ी चुप्पी, कहा- 'ये हमारी चूक, माफ कर दीजिए'