मेहुल चोकसी पर पीएनबी में 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। मेहुल ने 2013 में शेयर बाजार में हेराफेरी करके यह फ्रॉड किया था। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकला हुआ है, लेकिन इस बीच वो एंटीगुआ भाग निकला।
नई दिल्ली। भारत ने डोमिनिका रिपब्लिक के हाईकोर्ट में मेहुल चोकसी की नागरिकता को लेकर एफिडेविट दी है। भारतीय अथारिटी ने बताया है कि भगोड़ा मेहुल चोकसी भारत का नागरिक है। वह गलत तरीके से भारतीय नागरिकता के छोड़ने का दावा कर रहा है।
भारत की नागरिकता छोड़ने का दावा खारिज
डोमिनिका में भारतीय हाई कमिशन के अधिकारी ने एफिडेविट में बताया कि मेहुल चोकसी भारतीय नागरिक है। उसके नागरिकता छोड़ने की अपील रिजेक्ट हो चुकी है। मेहुल ने भारतीय जांच एजेंसियों से बचने के लिए फ्राड करके एंटीगुआ सरकार से नागरिकता हासिल कर ली है।
एंटीगुआ से डिनर के बहाने भागा गया था मेहुल
भारत का भगोड़ा मेहुल चोकसी बीते दिनों एंटीगुआ से भी गायब हो गया था। मेहुल मई में जॉली हार्बर कम्युनिटी के पास कार में देखा गया था। वो द्वीप के दक्षिणी इलाके में स्थित एक चर्चित रेस्तरां में डिनर करने गया था। हालांकि, कुछ ही दिनों बाद वह डोमिनिका रिपब्लिक में पकड़ा गया था। मेहुल के वकील का दावा है कि उसे अगवा किया गया था। मेहुल अभी डोमिनिका रिपब्लिक की पुलिस की कैद में है। वहां की अदालत में मामला चल रहा है कि उसे किसे सौंपा जाए भारत को या एंटीगुआ को।
भारत से भागने के बाद एंटीगुआ में बस गया मेहुल
मेहुल चोकसी पर पीएनबी में 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। मेहुल ने 2013 में शेयर बाजार में हेराफेरी करके यह फ्रॉड किया था। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकला हुआ है, लेकिन इस बीच वो एंटीगुआ भाग निकला। जांच एजेंसियों ने उसे भगोड़ा घोषित करते हुए उसकी अब तक 2,500 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की है। मेहुल ने एंटीगुआ और बारबुडा में काफी बड़ा निवेश कर रखा है। उसने वहां की नागरिकता ले ली है। उसे नवंबर, 2017 में कैरेबियाई राष्ट्र द्वारा निवेश कार्यक्रम के तहत नागरिकता दी थी।