भारतीय नौसेना को दो अमेरिकी एमएच-60 आर मल्टीरोल हेलिकॉप्टर मिले हैं। तीसरा हेलिकॉप्टर अगस्त 2022 में मिलेगा। भारत ने अमेरिका से 24 एमएच-60 आर हेलिकॉप्टर खरीदने का सौदा किया है।
कोचीन। अमेरिका ने भारत को एमएच-60 आर (MH-60 R) मल्टीरोल हेलिकॉप्टर की आपूर्ति शुरू कर दी है। अमेरिका से दो एमएच-60 आर हेलिकॉप्टर लेकर एक मालवाहक विमान गुरुवार को कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा। अमेरिकी अधिकारियों ने हेलिकॉप्टरों को भारतीय नौसेना के हवाले किया। तीसरा हेलिकॉप्टर अगस्त 2022 में भारत को मिल जाएगा।
भारत ने अपनी नौसेना के लिए अमेरिका से 24 एमएच-60 आर हेलिकॉप्टर खरीदने का सौदा किया है। यह सौदा 2025 तक पूरा हो जाएगा। एमएच-60 आर हेलिकॉप्टर को पनडुब्बियों के खिलाफ होने वाली लड़ाई के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। इसके शामिल होने से नौसेना की ताकत में बहुत अधिक इजाफा होगा।
सबसे उन्नत हेलिकॉप्टरों में से एक है एमएच 60 रोमियो
एमएच 60 रोमियो एक मल्टी मिशन हेलिकॉप्टर है। इसे सिकोरस्की एयरक्राफ्ट द्वारा बनाया गया है। इसे दुनिया के सबसे उन्नत समुद्री हेलिकॉप्टरों में से एक माना जाता है। इसे उड़ाने के लिए तीन क्रू मेंबर की जरूरत होती है। इसमें पांच पैसेंजर भी सवार हो सकते हैं। अमेरिकी नौसेना इसका इस्तेमाल करती है। यह हेलीकॉप्टर एंटी-सबमरीन वारफेयर (ASW), एंटी-सरफेस वारफेयर (ASuW), सर्च-एंड-रेस्क्यू (SAR), नेवल गनफायर सपोर्ट (NGFS), सर्विलांस, कम्युनिकेशन रिले, लॉजिस्टिक्स सपोर्ट सहित कई मिशनों के लिए इस्तेमाल हो सकता है। इसे दो इंजनों से ताकत मिलती है।
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पानी में छिपी पनडुब्बियों का करता है शिकार
पानी में छिपी दुश्मन देश की पनडुब्बियां बड़ा खतरा होती हैं। यह हेलिकॉप्टर इनसे निपटने में माहिर है। पनडुब्बियों की तलाश के लिए इसे सोनोबॉय लांचर और रेथियॉन AN/AQS-22 एडवांस्ड एयरबोर्न लो-फ़्रीक्वेंसी (ALFS) डिपिंग सोनार से लैस किया गया है। पनडुब्बी का पता चलने के बाद यह उसे अपने एमके 46 और एमके 50 टॉरपीडो से नष्ट कर सकता है। यह अपने साथ तीन टॉरपीडो लेकर उड़ान भरता है। युद्धपोत और समुद्री जहाज के खिलाफ यह एजीएम-119 पेंगुइन और एजीएम-114 हेलफायर मिसाइल का इस्तेमाल करता है।
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