
Railway New Rule: ट्रेन से सफर करने वालों के लिए खुशखबरी है। अब अगर आपकी टिकट वेटिंग लिस्ट में है, तो आपको ट्रेन चलने से 24 घंटे पहले ही ये जानकारी मिल जाएगी कि टिकट कन्फर्म हुई है या नहीं। पहले ये पता चलाने के लिए यात्रियों को ट्रेन रवाना होने से सिर्फ 4 घंटे पहले तक इंतजार करना पड़ता था, जब रिजर्वेशन चार्ट बनता था। इस वजह से कई बार लोग परेशान रहते थे कि सफर कर पाएंगे या नहीं।
अब रेलवे ने चार्ट बनाने का समय पहले कर दिया है, जिससे यात्रियों को पहले से तैयारी करने में आसानी होगी। भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट वालों के लिए कई नए नियम लागू किए हैं, जो 1 मई 2025 से प्रभावी हो चुके हैं। अब वेटिंग लिस्ट वाले यात्री स्लीपर या एसी कोच में यात्रा नहीं कर सकेंगे। उन्हें केवल जनरल कोच में ही सफर करने की अनुमति होगी।
अगर कोई शख्स वेटिंग टिकट पर AC या स्लीपर में यात्रा करता पाया गया, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। एसी कोच में पकड़े जाने पर ₹440 और स्लीपर कोच में ₹250 का जुर्माना देना होगा। इतना ही नहीं आप जिस जगह या स्टेशन पकड़े गए हैं तो वहां तक का किराया भी अलग से देना होगा।
रेलवे ने बताया कि IRCTC से बुक की गई वेटिंग टिकट अगर कन्फर्म नहीं होती है, तो वह अपने आप कैंसिल हो जाती है। लेकिन काउंटर से बुक की गई वेटिंग टिकट का कुछ लोग दुरुपयोग करते हैं और बिना कन्फर्म टिकट के आरक्षित डिब्बों में चढ़ जाते हैं, जिससे कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को परेशानी होती है। इसके अलावा, अब IRCTC की वेबसाइट या ऐप से टिकट बुक करते समय मोबाइल OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि फर्जी बुकिंग और सिस्टम के दुरुपयोग को रोका जा सके।
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रेलवे ने 21 मई को वेटिंग लिस्ट यात्रियों के ऑटो अपग्रेड नियमों में भी बदलाव किया है। अब स्लीपर क्लास का टिकट सीधे फर्स्ट AC में अपग्रेड नहीं होगा, चाहे बर्थ खाली क्यों न हो। इससे सीटों का बेहतर बंटवारा हो सकेगा और ऊंची कैटेगिरी के डिब्बों में अनावश्यक भीड़ भी कम होगी। इस नियम को लागू करने के लिए CRIS अपने सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव कर रहा है।