
नई दिल्ली: अब से ट्रेन में सफर के दौरान गंदे सफेद कंबल इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। धूल भरे और कभी-कभार ही धुलने वाले सफेद कंबलों को हटाने के लिए भारतीय रेलवे आगे आया है। रेलवे ने पारंपरिक सांगानेरी डिजाइन में तैयार प्रिंटेड कंबल शुरू किए हैं।
'वोकल फॉर लोकल' मिशन के हिस्से के तौर पर अब एसी डिब्बों में प्रिंटेड कंबल दिए जाएंगे। गुरुवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जयपुर-असरवा एक्सप्रेस के सभी एसी कोच में प्रिंटेड कंबल कवर की शुरुआत की। रेल मंत्री ने बताया कि यात्रियों की साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
अब तक, भारतीय रेलवे की सभी लंबी दूरी की ट्रेनों के एसी कोच में यात्रियों को सोने के लिए कंबल, तकिया और सफेद चादरें दी जाती थीं। कुछ ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा के लिए सफेद तौलिये भी दिए जाते थे। भारतीय रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, एसी कोच में यात्रियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सफेद कंबलों की नियमित रूप से सफाई नहीं की जाती है। उन्हें महीने में सिर्फ एक या दो बार ही धोया जाता है। इस वजह से एसी कोच के सफेद कंबल गंदे रहते हैं।
यात्रियों की साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए अब प्रिंटेड कंबल दिए जाएंगे। सभी चादरों के लिए कवर भी होगा। संकेत हैं कि जल्द ही इसे देश की सभी ट्रेनों में शुरू कर दिया जाएगा। रेलवे की तरफ से जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि इससे साफ-सफाई, एकरूपता और बेहतर ऑन-बोर्ड अनुभव को बढ़ावा मिलेगा। ट्रेन यात्रा के दौरान गंदे कंबल यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनते थे।