लाल मस्जिद के मौलवी ने पूछा- पाकिस्तान-भारत की जंग में कितने लोग पाक का साथ देंगे, छाया सन्नाटा, Video

Published : May 06, 2025, 09:30 AM ISTUpdated : May 06, 2025, 10:37 AM IST
Islamabad Lal Masjid

सार

Islamabad Lal Masjid: लाल मस्जिद में मौलवी ने भारत के खिलाफ जंग का समर्थन मांगा, पर किसी ने हाथ नहीं उठाया। क्या यह पाकिस्तान में बदलते रुख की निशानी है?

Pakistan India Tensions: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई शुरू होने की आशंका है। ऐसे में पाकिस्तान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो इस्लामाबाद की लाल मस्जिद का है। मौलवी अब्दुल अजीज गाजी ने मस्जिद में जुटे लोगों से पूछा कि लड़ाई हुई तो क्या वे पाकिस्तान का साथ देंगे। इतना सुनते ही सन्नाटा छा गया। किसी ने हाथ नहीं उठाया।

वीडियो में दिख रहा है कि लाल मस्जिद में भारी संख्या में लोग जुटे हैं। वे जमीन पर बैठे हुए हैं। सामने के मंच से विवादास्पद मौलवी अब्दुल अजीज गाजी भाषण दे रहा है। उसने पूछा, "अगर पाकिस्तान-हिन्दुस्तान की जंग में आप में से कितने लोग पाकिस्तान का साथ देंगे। हाथ खड़ा कीजिए।" यह सुनकर किसी ने हाथ खड़ा नहीं किया। इसके बाद मौलवी ने कहा, "कम ही लोग नजर आ रहे हैं। इसका मतलब है कि समझ पैदा हो चुकी है। मसला ये है कि पाकिस्तान और हिन्दुस्तान की जंग इस्लाम की जंग ही नहीं है। पाकिस्तान की जंग कौमियत की जंग है।"

 

 

मौलवी अब्दुल अजीज गाजी ने कहा भारत से ज्यादा पाकिस्तान में जुल्म

मौलवी ने कहा, "आज पाकिस्तान में जालिमाना निजाम है। हिन्दुस्तान में इतना जुल्म नहीं है जितना पाकिस्तान में है। क्या लाल मस्जिद जैसी दर्दनाक घटना हिन्दुस्तान में हुई। क्या बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में जो जुल्म हो रहे हैं वहां हुए? क्या उनके अपने लड़ाकू विमानों ने अपने ही देश के लोगों पर ऐसी बमबारी की? क्या हिन्दुस्तान में इतने अधिक लोग लापता हैं?"

यह वीडियो 2 मई को लाल मस्जिद में रिकॉर्ड किया गया था। इस वीडियो से पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया है। जानकार इसे पाकिस्तान के अंदर न केवल उसके नागरिक-सैन्य नेतृत्व के प्रति, बल्कि भारत के प्रति उसके वैचारिक रुख के प्रति भी बढ़ते मोहभंग का असर मानते हैं। लाल मस्जिद का यह मौलवी कभी कट्टरपंथी आह्वानों का पर्याय हुआ करता था। अब पाकिस्तान के लोगों से उसे भारत के खिलाफ लड़ाई के लिए समर्थन नहीं मिल रहा है। यह पाकिस्तान के भीतर गहरी दरार का संकेत है।

पहलगाम आतंकी हमले में हुई थी 26 लोगों की मौत

बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया था। इसके चलते 26 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित करने समेत पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त फैसले किए। आयात बंद कर दिया। सीमा बंद कर दी और पाकिस्तानी नागरिकों को दिया वीजा रद्द कर दिया। पाकिस्तान के नेताओं ने परमाणु हमला करने धमकी दी। भारत की सेनाएं भी हर स्थिति के लिए तैयार हैं।

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