The kashmir files Controversy : कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर ट्विटर हैंडल से की गई पोस्ट में कश्मीरी पंडितों की हत्याओं और पलायन के मुद्दे को लेकर कुछ आंकड़े पेश कर सफाई देने की कोशिश की। इसमें तर्क दिया गया कि 1990-2007 के दौरान 399 पंडितों की हत्या हुई, जब इसी दौरान 15,000 मुस्लिम मारे गए थे। भाजपा ने इसे कांग्रेस का पागलपन बताया है।
नई दिल्ली। 1990 में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी द कश्मीर फाइल्स की तारीफों के बीच केरल कांग्रेस कमेटी (Kerala Congress committee) ने एक बयान देकर नया विवाद खड़ा कर लिया। कांग्रेस की केरल इकाई ने एक ट्वीट में दावा किया कि 1990 से 2007 के दौरान जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं का ज्यादा मुसलमान मारे गए। कांग्रेस के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ी आपत्ति जताई। हालांकि, मामले की गंभीरता को समझते हुए कांग्रेस ने बाद में यह ट्वीट डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक मामला तूल पकड़ चुका था। भाजपा ने कांग्रेस के इन बयानों को पागलपन बताया।
कश्मीरी पंडित मरते रहे, सरकार आंखें मूंदे रही
'द कश्मीर फाइल्स' ने 1980 के दशक के अंत में और उसके बाद पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा घाटी के पंडितों का पलायन और उनके साथ हुए अमानवीय अत्याचारों को दिखाती है। इसके बाद से कांग्रेस लगातार घिर रही है। कहा जा रहा है कि कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के वक्त कांग्रेस शासन में थी, लेकिन उसने वहां की खबरों को बाहर नहीं आने दिया। कश्मीरी पंडित मरते रहे और सरकार आंखें बंद किए रही।
आंकड़ों से उलझाने की कोशिश
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर ट्विटर हैंडल से की गई पोस्ट में कश्मीरी पंडितों की हत्याओं और पलायन के मुद्दे को लेकर कुछ आंकड़े पेश कर सफाई देने की कोशिश की। इसमें तर्क दिया गया कि 1990-2007 के दौरान 399 पंडितों की हत्या हुई, जब इसी दौरान 15,000 मुस्लिम मारे गए थे। कश्मीरी पंडितों की पीड़ा पर प्रकाश डालने के लिए केरल कांग्रेस ने एक अन्य ट्वीट में दावा किया कि विभाजन के बाद सांप्रदायिक दंगों (1948) के मद्देनजर तत्कालीन राज्य में एक लाख से अधिक मुसलमान मारे गए थे, जबकि जवाबी कार्रवाई में कोई पंडित नहीं मारा गया।
यह भी पढ़ें-'द कश्मीर फाइल' से फिर चर्चाओं में ये शख्स, जिसने घाटी में लाखों बेगुनाहो को इस्लामिक आतंकवादियों से बचाया था
भाजपा ने कहा- यह पागलपन सिर्फ कांग्रेस कर सकती है
कांग्रेस के ट्वीट पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस इतिहास को नहीं समझती। यह सबसे पागलपन भरा बयान है, जो कांग्रेस ही दे सकती है। कांग्रेस इतिहास को नहीं समझती... उन्होंने इतिहास के संस्करण को बहुत विकृत कर दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता केजे अल्फोंस ने कहा कि कांग्रेस के शासन की निगरानी में एक लाख से अधिक पंडितों ने घाटी छोड़ दी।
यह भी पढ़ें सोशल मीडिया पर ट्रेंड में आई The Kashmir Files, कपिल मिश्रा ने कार्टून शेयर करके लिखा-'गेम चेंजर'