राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को कहा कि घाटी में पिछले 10 दिनों में किसी की भी जान नहीं गई। उन्होंने कहा कि इससे पहले कश्मीर में कभी भी कुछ घटना हुई, पहले हफ्ते में ही कम से कम 50 लोग मारे गए।
श्रीनगर. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को कहा कि घाटी में पिछले 10 दिनों में किसी की भी जान नहीं गई। उन्होंने कहा कि इससे पहले कश्मीर में कभी भी कुछ घटना हुई, पहले हफ्ते में ही कम से कम 50 लोग मारे गए। साथ ही राज्यपाल ने कहा, फोन पर प्रतिबंध से घाटी में कई लोगों की जानें बच गईं।
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि राज्य के ज्यादातर हिस्सों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवा फिर से शुरू कर दी गई।
जल्द ही हटेंगे प्रतिबंध
अधिकारियों ने कहा, शनिवार को भी किसी प्रकार की कोई घटना नहीं देखी गई। स्थिति को और बेहतर बनाने के लिए संचार पर लगी रोक हटा दी गई। टेलिफोन सेवाओं को जल्द ही पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा। इससे पहले शनिवार को मुख्य सचिव और सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसाल ने बताया था कि इस हफ्ते 8 और टेलिफोन एक्सचेंज शुरू कर दिए गए। हालांकि, मोबाइल सेवा और इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है।
5 अगस्त से लगी है रोक
धारा 370 पर फैसले से पहले मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर लगाई गई थी रोक
केन्द्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधान हटाने से पहले ही मोबाइल और लैंडलाइन सेवाएं स्थगित कर दी थीं। हालांकि, सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए धारा 370 पर फैसला लेने से पहले ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थी।